भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों पर एक बार फिर राजनीति शुरू हो गई है. इसी महीने आधिकारिक तौर पर वायुसेना का हिस्सा बने राफेल पर भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक की रिपोर्ट के बाद कांग्रेस ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर बड़े आरोप लगाए हैं.
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कैग की रिपोर्ट के हवाले से केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी डिफेंस डील की क्रोनोलॉजी, अब खुलकर सामने आ रही है. कैग की नई रिपोर्ट स्वीकार करती है कि टेक्नोलॉजी ट्रांसफर को राफेल ऑफसेट में हटा दिया गया है. पहला मेक इन इंडिया अब मेक इन फ्रांस बन गया. अब, डीआरडीओ को तकनीकी हस्तांतरण नहीं होगा. लेकिन मोदी जी कहते रहेंगे सब चंगा सीं.
गौरतलब है कि कैग की बुधवार को जारी एक रिपोर्ट में यह खुलासा किया गया कि लड़ाकू विमान बनाने वाली फ्रांस की कंपनी दसॉ एविएशन और यूरोप की मिसाइल निर्माता कंपनी एमबीडीए ने 36 राफेल जेट की खरीद से संबंधित सौदे के हिस्से के रूप में भारत को उच्च प्रौद्योगिकी की पेशकश के अपने ऑफसेट दायित्वों को अभी तक पूरा नहीं किया है. दसॉ एविएशन राफेल जेट की विनिमातज़ कंपनी है, जबकि एमबीडीए ने विमान के लिए मिसाइल प्रणाली की आपूर्ति की है.