ब्रिसबेन में होने वाले चौथे टेस्ट मैच से पहले भारतीय टीम के लिए ऑस्ट्रेलिया से भी बड़ी चुनौती 11 खिलाड़ियों की टीम तैयार करना हो गयी है. जडेजा पहले ही चौथे टेस्ट से बाहर हो चुके है. अब विहारी के बाद बुमराह को भी चोट के चलते सीरीज़ के निर्णायक टेस्ट में खेलना मुश्किल लग रहा है. सिड्नी में खेले गए तीसरे टेस्ट के दौरान बुमराह की पेट की मांसपेशियों में खिंचाव आ गया था. सूत्रों के अनुसार अगले दो दिन के अंदर उनकी चोट को लेकर स्थिति स्पष्ट हो पाएगी. अनुभवी गेंदबाज़ मोहम्मद शमी और उमेश यादव पहले ही चोट के चलते सीरीज़ से बाहर हो गए है.
टीम इंडिया के पास है सीमित विकल्प
शुक्रवार से शुरू होने वाले ब्रिसबेन टेस्ट के लिए भारत के पास चोटिल खिलाड़ियों को रिप्लेस करने के लिए बेहद सीमित विकल्प मौजूद है. यदि जसप्रीत बुमराह शुक्रवार से ब्रिसबेन में शुरू हो रहे टेस्ट से बाहर होते है तो टीम इंडिया के पास उनके विकल्प के तौर पर केवल शार्दुल ठाकुर और नटराजन मौजूद है. हालांकि प्रथम श्रेणी क्रिकेट में ठाकुर के अनुभव के चलते वो टीम मैनेजमेंट की पहली पसंद हो सकते हैं.
वाशिंगटन सुंदर ले सकते है जडेजा की जगह
अंगूठे में चोट के चलते बाहर हुए जडेजा ऑलराउंडर के तौर पर भारतीय टीम के सर्वश्रेष्ठ विकल्प थे. गेंदबाज़ी के साथ साथ वो अपनी बल्लेबाज़ी से भी कमाल कर रहे थे. अब अगर टीम इंडिया ब्रिसबेन टेस्ट में पांच गेंदबाज़ों के साथ उतरती है तो उसके पास एकमात्र विकल्प वाशिंगटन सुंदर हैं जो कि एक बॉलिंग ऑलराउंडर हैं.
पांच गेंदबाज़ों के साथ खेले भारत
पूर्व भारतीय कप्तान वेंगसरकर ने कहा है कि भारत को ब्रिसबेन टेस्ट में 5 गेंदबाज़ों के साथ उतरना चाहिए. उन्होंने कहा कि, “चौथे टेस्ट में चार गेंदबाज़ों के साथ उतरना जोखिम भरा हो सकता है. मैच के दौरान यदि किसी गेंदबाज़ को चोट लग जाती है तो आपके पास केवल 3 गेंदबाज़ों का ही विकल्प रह जाएगा.”