पंजाब में एक व्यक्ति को गैंगस्टर बताते हुए उसके साथ रिश्तों को लेकर अकाली दल और कांग्रेस आमने-सामने आ गए हैं. दरअसल सोमवार को पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के ऑफिस की ओर से एक प्रेस रिलीज जारी की गई थी. इसमें आरोप लगाया गया कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को कुछ फोटोग्राफ मिले हैं जिसमें अकाली दल के सीनियर लीडर बादल परिवार के नेता एक गैंगस्टर के साथ दिखाई दे रहे हैं. इन तस्वीरों और आरोपों की जांच की मांग उठाई गई.
प्रेस रिलीज में आरोप लगाया गया कि जो तस्वीरें कैप्टन अमरिंदर सिंह को मिली हैं उनमें हरजिंदर सिंह उर्फ बिट्टू सरपंच नाम का व्यक्ति है जो एक गैंगस्टर है. वो शिरोमणि अकाली दल के सीनियर नेताओं प्रकाश सिंह बादल, सुखबीर बादल, हरसिमरत कौर बादल और बिक्रम सिंह मजीठिया के साथ दिखाई दे रहा है. प्रेस रिलीज में आरोप लगाया गया कि बिट्टू सरपंच ने कई अन्य गैंगस्टर को भी छिपने की जगह दी है. बिट्टू सरपंच पर ड्रग्स, हत्या, डकैती और आर्म्स एक्ट जैसे कई केस भी दर्ज हैं.
मुख्यमंत्री के साथ गैंगस्टर की तस्वीर पर आरोप-प्रत्यारोप
प्रेस रिलीज में सीएम ऑफिस की तरफ से कहा गया कि मुख्यमंत्री नेताओं और गैंगस्टर के नेक्सस की जांच करवाएंगे और दोषी किसी भी खास व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा. हालांकि इस प्रेस रिलीज में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपने मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा पर गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया के साथ गहरे संबंध होने के अकाली दल नेताओं के आरोपों को खारिज कर दिया.
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के आरोपों पर अकाली दल ने भी तस्वीरों के साथ पलटवार कर दिया. अकाली दल ने कैप्टन अमरिंदर सिंह की बिट्टू सरपंच के साथ तस्वीरें जारी कर आरोप लगाया कि हरजिंदर सिंह उर्फ बिट्टू सरपंच अकाली दल का नहीं अब कांग्रेस का कार्यकर्ता है. 16 जनवरी 2017 को कैप्टन अमरिंदर सिंह ने खुद उसे कांग्रेस पार्टी में शामिल करवाया था.
दूसरी ओर अकाली दल ने उसी गैंगस्टर बिट्टू सरपंच की कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ तस्वीरें जारी की. तस्वीरों के आधार पर अब सुखबीर बादल ने मांग की है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह के भी गैंगस्टरों के साथ रिश्तों की जांच होनी चाहिए. अकाली दल के प्रवक्ता और पूर्व मंत्री दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि अगर बिट्टू सरपंच नाम का ये व्यक्ति गैंगस्टर है तो वो कांग्रेस से ही जुड़ा है और कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ भी उसकी तस्वीरें सामने आई हैं.
ऐसे में कैप्टन अमरिंदर सिंह की भी जांच पंजाब पुलिस को करनी चाहिए. अकाली दल ने माना कि कभी बिट्टू सरपंच अकाली दल में रहा होगा लेकिन फिलहाल वो कांग्रेस के साथ जुड़ा है. कैप्टन अमरिंदर सिंह के एडवाइजरों ने पुरानी और गलत तस्वीरें सीएम ऑफिस से मीडिया में जारी करा कर अमरिंदर सिंह की फजीहत करवा दी.
कांग्रेस ने जारी की सफाई
अब इस मामले में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सफाई दी है कि सरपंच कभी कांग्रेस का सक्रिय कार्यकर्ता नहीं रहा. वो हमेशा से सुखबीर बादल के साथ संबंधों को लेकर जाना जाता है और अकाली दल का पूर्व सरपंच भी रहा है. कैप्टन अमरिंदर सिंह ने साफ किया कि 2017 विधानसभा चुनाव से पहले बिट्टू सरपंच ने कांग्रेस में शामिल होने की कोशिश जरूर की थी लेकिन उसकी आपराधिक पृष्ठभूमि और सुखबीर बादल के साथ उसकी नजदीकियों तो देखते हुए उसे कांग्रेस से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया.
कैप्टन अमरिंदर सिंह की ओर से कैबिनेट मंत्री साधु सिंह धर्म सोत ने कहा कि चुनावों के दौरान कई बार लोग नेताओं के साथ फोटो खिंचवा लेते हैं. मुमकिन है कि इसी तरह से बिट्टू सरपंच नाम का ये व्यक्ति भी कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ फोटो खिंचवा गया हो लेकिन वो कभी कांग्रेस में नहीं रहा है. अकाली दल ने हमेशा ही पंजाब में गैंगस्टरों को खड़ा करने की कोशिश की है और उनका इस्तेमाल किया है लेकिन कांग्रेस सरकार इन्हें पंजाब में टिकने नहीं देगी. इसी वजह से गैंगस्टरों के साथ जो बादल परिवार की तस्वीरें सामने आई हैं, उनकी कैप्टन अमरिंदर सिंह ने जांच करने के आदेश दिए हैं.