लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश प्रवक्ता सुरेन्द्रनाथ त्रिवेदी ने बताया कि आगामी 23 फरवरी को बस्ती के बखिरा रोड रूधौली तथा 25 फरवरी को लखीमपुर के सम्पूर्णानगर में किसान पंचायतों का आयोजन होगा, जिसके मुख्य अतिथि राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एव पूर्व सांसद जयंत चैधरी होंगे।
उन्होंने बताया कि किसान पंचायतों के माध्यम से जयंत चौधरी किसानों से सीधा संवाद स्थापित करेंगे और केन्द्र सरकार द्वारा किसानों पर जबरन थोपे जा रहे तीनों काले कृषि कानूनों का पर्दाफ़ाश करेंगे। इसी क्रम में किसान पंचायतों की तैयारी के लिए राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष डाॅ. मसूद अहमद बस्ती और लखीमपुर के गांव गांव का दौरा करके राष्ट्रीय अध्यक्ष चौ. अजित सिंह का किसानों के नाम खुला पत्र जन जन तक पहुंचा रहे हैं। जिसमें चौ. साहब ने मेरा गांव मेरा संगठन के माध्यम से आम जन मानस से सीधा संवाद करने का प्रयास किया है।
श्री त्रिवेदी ने कहा कि यदि ये काले कानून किसानों पर जबरन थोपे गये तो पूंजीपतियों और भाजपा के बिचैलियों की दलाली का रास्ता हमेषा के लिए खुल जायेगा और देष का किसान एक बार फिर गुलामी की जंजीरों में जकड़ जायेगा। देष मेें चारो ओर किसान वर्ग उद्वेलित है और जहां भी श्री जयंत चौधरी की किसान पंचायतों का आयोजन हुआ है वहां का जनसैलाब देखकर इसका आंकलन किया जा सकता है। केन्द्र और प्रदेश सरकार की किसान विरोधी मानसिकता का इससे बड़ा उदाहरण देष के इतिहास में देखने को नहीं मिलेगा कि डीजल ओर बिजली की कीमतों के साथ साथ खाद और बीज के मूल्यों में हुयी अप्रत्याशित बढ़ोत्तरी के फलस्वरूप भी विगत तीन वर्ष में गन्ने का मूल्य एक रूपया भी नहीं बढ़ाया गया जबकि इन डबल इंजन की सरकारों ने किसानो की आय दुगुनी करने का हमेशा राग अलापा है।
रालोद प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि किसानों के साथ साथ मध्यम वर्ग तथा निम्न मध्यम वर्ग के लिए बढ़ती हुयी मंहगाई और पेट्रोल तथा डीजल की कीमते कमर तोड़ साबित हो रही हैं। परन्तु संवेदनहीनता की पराकाष्ठा वाली भाजपा सरकार पर अनर्गल प्रलाप के अतिरिक्त किसी भी प्रकार का कोई प्रभाव नहीं है। स्पष्ट है कि पूंजीवादी व्यवस्था और पूंजीपतियों के इषारों पर चलने वाली सरकार से आम जनता के लिए किसी भी प्रकार की राहत की उम्मीद करना नादानी होगी।