नई दिल्ली। प्रियंका गाँधी Priyanka Gandhi को सक्रिय राजनीती में आने के कयास लम्बे समय से लगाया जा रहा है, लेकिन सोनिया ने अभी तक प्रियंका को राजनीति में आने से रोक रखा है। राजनीतिक जानकारों का मानना हैं कि कांग्रेस प्रियंका गांधी को एक बंद मुट्ठी की तरह रखना चाहती है। इसके अलावा एक और वजह है प्रियंका के सक्रिय राजनीती से दूर रहने की। और वो वजह है प्रियंका गाँधी के पति राबर्ट वाड्रा। राबर्ट वाड्रा पर भ्रष्टाचार के कई आरोप लगे थे, और ये ही उनकी सबसे बड़ी कमजोरी है।
सक्रिय राजनीति में Priyanka Gandhi
जैसे ही Priyanka Gandhi सक्रिय राजनीति में आएंगी उन पर ये मुद्दा हावी हो जाएगा। राजनीति में प्रियंका के कदम रखते ही विपक्षी पार्टियां राबर्ट वाड्रा को लेकर हमला बोल देंगी। इससे प्रियंका गाँधी का नैतिक पक्ष काफी कमजोर होगा।
जब तक प्रियंका गांधी राजनीति में औपचारिक तौर पर नहीं आ जातीं, तब तक यह राहुल और कांग्रेस के लिए भी अच्छा है। अगर प्रियंका सक्रीय राजनीति में औपचारिक रूप से आती है तो पहला संदेश यही जाएगा कि कांग्रेस ने राहुल गांधी के नेतृत्व को नकार दिया है।