रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने बुधवार को वित्त वर्ष 2020-21 के लिए अपनी सालाना रिपोर्ट जारी की. रिलायंस इंडस्ट्रीज के चैयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा कि रिलायंस के पास ग्रोथ को सपोर्ट करने के लिए अब मजबूत बैलेंसशीट है. इसके साथ ही उन्होंने जियो, रिलायंस रिटेल और तेल से लेकर रसायन बिजनेस में भारी निवेश के संकेत दिए.
उन्होंने कहा कि हमारे पास अब मजबूत बैलेंस शीट और पर्याप्त लिक्विडिटी है जिससे हमारे तीन हाइपर ग्रोथ इंजन- रिलायंस जियो, रिटेल और ऑयल-टू-केमिकल के ग्रोथ प्लान को सपोर्ट मिलेगा. रिलायंस की सालाना रिपोर्ट में अंबानी ने कहा है कि इन तीनों बिजनेस के ग्रोथ प्लान को सपोर्ट करने के लिए कंपनी के पास लिक्विडिटी की कोई कमी नहीं है.
कंपनी ने राइट्स इश्यू के जरिए जुटाए 53,124 करोड़ रुपये
मुकेश अंबानी ने कहा है कि कंपनी ने अपने टेलीकॉम और डिजिटल बिजनेस का संचालन करने वाले जियो प्लेटफॉर्म्स और रिटेल कारोबार में माइनॉरिटी शेयर बेचकर करीब 2 लाख करोड़ रुपये जुटाए हैं. इसके अलावा कंपनी ने राइट्स इश्यू के जरिए भी 53,124 करोड़ रुपये जुटाए हैं. जिससे कंपनी ने नेट जीरो डेट यानी कर्ज मुक्त होने के लक्ष्य को तय समय से पहले ही हासिल कर लिया है.नेट जीरो डेट कंपनी बन गई है रिलायंस उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान रिलायंस ने जियो प्लेटफॉर्म्स की हिस्सेदारी बेचकर 1,52,056 करोड़ रुपये जुटाए हैं, जबकि रिटेल बिजनेस में माइनॉरिटी शेयर बेचने से कंपनी को 47,265 करोड़ रुपये मिले हैं. इसके अलावा कंपनी ने बीपी ने कंपनी के फ्यूल रिटेल बिजनेस में 49 फीसदी शेयर खरीदने के लिए 7,629 करोड़ रुपये का निवेश किया है. इन सभी फंड्स से रिलायंस नेट जीरो डेट कंपनी बन गई है.
सभी बिजनेस का ड्राइविंग फोर्स है टेक्नोलॉजी
टेक्नोलॉजी और इनोवेशन पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि भविष्य उन्हीं कंपनियों और संस्थानों का है, जो डिजिटल रिवोल्यूशन को लीड करेंगे और इसका भरपूर फायदा उठाएंगे. उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी अब हरेक व्यक्ति के जीवन का अभिन्न अंग बन गया है. साथ ही यह सभी बिजनेस का ड्राइविंग फोर्स बन गया है.