डायरेक्टर आशुतोष गोवारिकर की ऐतिहासिक घटना पर आधारित फिल्म ‘पानीपत’ पर गत कई दिनों से जाट समुदाय बैन करने की मांग कर रहा है। इनके विरोध को ध्यान में रखकर फिल्म के विवादित हिस्से को एडिट कर दिया गया है। निर्माता के एक नजदीकी सूत्र ने बताया कि फिल्म से महाराजा सूरजमल से संबंधित विवादित सीन को हटा दिया गया है। इसके बाद सेंसर बोर्ड के पास भेज दिया गया है। बताया जा रहा है कि एडिट होने के बाद फिल्म को सर्टिफिकेट मिल चुका है इसके बाद फिल्म की लम्बाई 11 मिनट कम हो गई है।
राजस्थान एडिशनल चीफ सेक्रटरी (होम) राजीव स्वरूप ने बताया कि फिल्म डिस्ट्रीब्यूटर ने उन्हें जानकारी देते हुए बताया कि फिल्म के प्रड्यूसर विवादित हिस्से को हटाने जा रहे हैं। निर्माता ने एडिट करने के बाद फिल्म सेंसर बोर्ड के सामने रखी है। वहीं राज्य के पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने ट्वीट कर लिखा- ”पानीपत में ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ करते हुए भरतपुर के महाराजा सूरजमल जी जैसे महान पुरुष का चित्रण गलत तरीके से किया गया है। फिल्म में एक सीन के बदलने से काम नही चलेगा, सेंसर बोर्ड से मेरा निवेदन है कि इस फिल्म को पूरे देश में तुरंत प्रभाव से बंद करें।
आपको बताते जाए कि फिल्म में भरतपुर के महाराजा सूरजमल को एक लालची और स्वार्थी राजा दिखाने को लेकर विरोध खड़ा हो गया था। विरोध कर रहे जाट महासभा के नेताओं के लिए मंगलवार रात को फिल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग रखी गई थी। इसके बाद जाट नेताओं ने इस फिल्म पर पूरी तरह बैन लगाने की मांग की थी क्योंकि इसमें ऐतिहासिक तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है। हालांकि प्रशासन का कहना है कि सरकार का फिल्म को बैन करने का कोई इरादा नहीं है और इसके शो रद्द करने का फैसला डिस्ट्रीब्यूटर्स और सिनेमाघर मालिकों ने अपने स्तर पर लिया है।