खीरों/रायबरेली। थाना क्षेत्र के शिवपुर हुसैनाबाद मजरे हरदी निवासी एक सेवानिवृत्त फौजी गत 16 नवम्बर को दूसरे समुदाय के लोगों से मारपीट में घायल हो गया था। इलाज के दौरान घटना के 20 दिन बाद शुक्रवार की आधीरात को घायल फौजी की मौत हो गई। मृतक फौजी की पत्नी ने दूसरे समुदाय के एक महिला व तीन युवतियों पर मारपीट कर घायल कर देने से हुई मौत का आरोप लगाया है।
शिवपुर हुसैनाबाद निवासी सेवानिवृत फौजी अमरेन्द्र कुमार (38) पुत्र सुखराज की पत्नी साधना ने बताया कि पड़ोसी मुहल्ले रफीक नगर निवासिनी नफीसा पत्नी रफीकुल कादरी से पैसे के लेनदेन को लेकर काफी दिनों से रंजिश चल रही थी । गत 16 नवम्बर की शाम लगभग 7 बजे उसके पति अमरेन्द्र कुमार व वह स्वयं नफीसा के दरवाजे पैसे माँगने गए थे। पैसे देने से इन्कार करते हुए नफीसा और उनकी बेटी गुलप्सा कादरी, रिम्शा कादरी, और महबिस कादरी ने उसे व उसके पति अमरेन्द्र को गाली देते हुए लाठी डंडे से पीटकर गम्भीर रूप से घायल कर दिया था । वह अपने घायल पति का एक निजी अस्पताल में इलाज करा रही थी।
इलाज के दौरान अमरेन्द्र की शुक्रवार को आधीरात लगभग 12 बजे मौत हो गई। 16 नवम्बर को हुई मारपीट से पूर्व भी कई बार दोनों पक्षों में विवाद हो चुका है। जिसमे दोनों पक्षों में आपसी सुलह समझौता हो गया था । लेकिन 16 नवम्बर को हुई मारपीट में दूसरे पक्ष की रिम्शा कादरी की तहरीर पर पुलिस ने अमरेन्द्र कुमार व उसकी पत्नी साधना के विरुद्ध मारपीट का मुकदमा दर्ज कर लिया था, लेकिन अमरेन्द्र की तहरीर पर पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं किया था। इस घटना से मृतक फौजी अमरेन्द्र की पत्नी साधना, बेटी स्वेता (16), बेटा आदित्य (13), आदर्श(12) वृद्ध व दिव्यांग पिता सुखराज और माँ धनपती सहित पूरे परिवार का रो-रोकर बुराहाल है। प्रभारी निरीक्षक राजेश सिंह ने बताया कि मृतक की पत्नी साधना की तहरीर के आधार पर चार लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। शव को अन्त्य परीक्षण के लिए भेज दिया गया है। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी।
रिपोर्ट-दुर्गेश मिश्रा