महोबा। उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार पूरे प्रदेश में सड़क सुरक्षा सप्ताह मनाए जाने का मामला प्रकाश में आया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार जनपद महोबा में सड़क सुरक्षा सप्ताह रस्म अदायगी बनकर रह गया है। परमानंद चौक में मेन चौराहे में पुलिस बूथ की बगल में पुलिस के सामने मेन चौराहे में बीच सड़क पर खड़े होकर ऑटो चालक सवारियां भरकर रोड जाम करते हैं और पुलिस मूकदर्शक बनी रहती है। मेन रोड पर खड़े होकर ऑटो चालकों द्वारा सवारियां भरी जाती हैं और दुकानों के सामने जाम लगाया जाता है।
परमानंद चौक के बूथ पर बैठे पुलिस कर्मियों से जब इसकी शिकायत की जाती है तो वह ट्राफिक पुलिस वालों का काम कहकर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं। वहीं ऑटो चालकों का कहना है कि जब हम पुलिस को 300 रुपये महीना इसी बात का देते हैं, तो हम सवारियां भी भरेंगे।
महोबा जनपद को जिला बने लगभग 26 वर्ष हो चुके हैं और ट्रैफिक पुलिस पर सरकार करोड़ों रुपये खर्च कर चुकी है फिर भी पुलिस महोबा की जनता को बायें चलना अभी तक नहीं सिखा पाई। क्योंकि पुलिस मात्र वसूली पुलिस बनकर रह गई है। ट्राफिक नियमों का पालन न करने और यातायात नियमों की जानकारी न होने के कारण नाबालिक लड़के ऑटो रिक्शा चलाते अक्सर जहां-तहां देखे जा रहे हैं जिस कारण आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं और पुलिस अपना दस्तूर लेकर मस्त है और जनता बेचारी त्रस्त है।