सऊदी अरब और रूस कच्चे तेल पर प्राइस वॉर के बीच वैश्विक तेल की कीमतें गुरुवार को 30 डॉलर प्रति बैरल तक आ गई. तेल उत्पादकों की बिक्री में भी बड़ी गिरावट आयी है. इस संकट के समय रूस 4 डॉलर प्रति बैरल पर तेल बेचने को तैयार है.
बेलारूस पड़ोसी रूस के सबसे बड़े तेल उत्पादक रोसनेफ्ट के साथ कच्चे तेल को खरीदने के लिए एक समझौता करने जा रहा है. उसकी सरकार ने कहा है कि वैश्विक तेल की कीमतों में गिरावट के कारण वह इसे 4 डॉलर प्रति बैरल पर खरीदेगा.
पूर्व सोवियत गणराज्य बेलारूस की सरकार ने पड़ोसी रूस से अप्रैल में लगभग 15 मिलियन बैरल या 2 मिलियन टन खरीदने की मांग की है लेकिन सप्लायर्स को प्रीमियम नहीं देने की बात कही है.
रूसी उत्पादकों ने बड़े पैमाने पर तेल की कीमतों में कटौती के बीच इस साल की शुरुआत से आपूर्ति में बड़ी कटौती की है. अब रूस बेलारूस को भी नॉर्वे और अजरबैजान की तरह उसकी रिफाइनरियों से आयात करने को कह रहा है.
प्रधानमंत्री सर्गेई रुमास ने कहा इस स्थिति में वह अप्रैल में रूस से 4 डॉलर प्रति बैरल के हिसाब से तेल खरीदेंगे. रूस के पास अप्रैल में कच्चे तेल की बिक्री में कोई समस्या नहीं है और बाजार मूल्य पर बेलारूस को आपूर्ति करने के लिए तैयार है.
रूस की आयल उत्पादक रोसनेफ्ट ने बेलारूस रिफाइनरियों के साथ आपूर्ति अनुबंध पर हस्ताक्षर किए. कोरोनवायरस वायरस महामारी, रूस और सऊदी अरब के बीच विवाद के मद्देनजर तेल की कीमतों में गिरावट आई है.