- Published by- @MrAnshulGaurav
- Saturday, July 30, 2022
लखनऊ। आनंदीबेन पटेल ने राजभवन में लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ की नैक टीम कमेटी के सदस्यों को नैक मूल्यांकन में ‘ए़़++’ ग्रेड प्राप्त होने पर प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि “यह प्रसन्नता का विषय है कि लखनऊ विश्वविद्यालय नैक मूल्यांकन में ‘ए़़++’ ग्रेड प्राप्त करने वाला राज्य का पहला विश्वविद्यालय है।”
राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल ने कहा कि, “सबका साथ-सबका विकास, सबका विश्वास-सबका प्रयास” की सशक्त भावना के साथ टीम वर्क करके ही लखनऊ विश्वविद्यालय को उपलब्धि प्राप्त हो सकी। लखनऊ विश्वविद्यालय ने यह सिद्ध कर दिया है कि अपने उपलब्ध संसाधनों के समुचित उपयोग से संस्थान को बेहतर स्वरूप में लाया जा सकता है। राज्यपाल ने नैक मूल्यांकन के सभी सातों क्राइटेरिया पर तैयारी के लिए विश्वविद्यालय द्वारा गठित कमेटी के प्रत्येक सदस्य से तैयारी के अनुभवों, व्यवहार में लाई गई गतिविधियों, नवाचारों और कार्य प्रतिबद्धता की जानकारी ली।
उन्होंने कहा टीम के प्रत्येक सदस्य अपनी तैयारियों और कार्य व्यवहारों को लिखित रूप में भी प्रस्तुत करें, एक बुकलेट बनवाएं और प्रदेश के संसाधनों तथा अर्थाभाव के कारण अथवा जानकारियों के अभाव में पिछड़ रहे अन्य विश्वविद्यालयों का स्तर सुधारने के लिए दिशा-निर्देश दें जिससे वे भी नैक में उच्च ग्रेड प्राप्त करने दिशा में आगे बढ़ सकें। मूल्यांकन के सभी सातों क्राइटेरिया पर तैयारी के लिए विश्वविद्यालय द्वारा गठित कमेटी के प्रत्येक सदस्य से तैयारी के अनुभवों, व्यवहार में लाई गई गतिविधियों, नवाचारों और कार्य प्रतिबद्धता की जानकारी ली।
उन्होंने कहा टीम के प्रत्येक सदस्य अपनी तैयारियों और कार्य व्यवहारों को लिखित रूप में भी प्रस्तुत करें, एक बुकलेट बनवाएं और प्रदेश के संसाधनों तथा अर्थाभाव के कारण अथवा जानकारियों के अभाव में पिछड़ रहे अन्य विश्वविद्यालयों का स्तर सुधारने के लिए दिशा-निर्देश दें, जिससे वे भी नैक में उच्च ग्रेड प्राप्त करने दिशा में आगे बढ़ सकें। टीम के सदस्य इसी भांति अपनी जिम्मेदारियों को निरन्तरता से जारी रखें। इसके साथ ही उन्होंने वर्तमान कमेटी में नये शिक्षकों को जोड़ कर उन्हें भी इस दिशा में प्रशिक्षित करने का निर्देश दिया, जिससे वे भी कार्य दक्षता प्राप्त कर सकें।
पंखों में राज्यपाल ने हाैंसला
बैठक में उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय ने विश्वविद्यालय की इस अभूतपूर्व उपलब्धि का श्रेय राज्यपाल को दिया. कहा कि प्रदेश में उनके द्वारा विश्वविद्यालयों में गुणवत्ता सुधार की दिशा में किए जा रहे अथक प्रयासों का यह परिणाम है कि अब राज्य विश्वविद्यालय नैक मूल्यांकन में अग्रणी श्रेणियों को प्राप्त कर रहे हैं. उन्होने कहा कि
“पंख ही से नहीं, हौंसलो से उड़ान होती है”. विश्वविद्यालय के पंखों में राज्यपाल ने हाैंसला भरा है।
राज्यपाल के प्रयासों का परिणाम
कुलपति प्रो आलोक कुमार राय ने इसे राज्यपाल के निर्देश में बेहतर टीम वर्क के साथ अथक मेहनत का परिणाम बताया। उन्होंने कहा राजभवन से प्राप्त निर्देश, नैक मंथन कार्यशाला, पंजाब के उत्कृष्ट विश्वविद्यालयों का भ्रमण, वाराणसी में केन्द्रीय विश्वविद्यालयों की कार्यशाला जैसे कार्यक्रमों ने आई ओपनर का कार्य किया, जिससे विश्वविद्यालय को बेहतर करके नैक की उच्चतम श्रेणी तक पहुंचाया जा सका। उन्होंने बताया कि 116 पैरामीटर्स पर विश्वविस्द्यालय को उत्कृष्ट बनाने का कार्य हुआ। इसके साथ ही उन्होेंने पियर टीम भ्रमण की तैयारियों और अनुभवों को भी साझा किया