पंजाब विधानसभा चुनाव में शिरोमणि अकाली दल और मायावती की नेतृत्व वाली बीएसपी ने एक साथ सियासी मैदान में उतरने का फैसला किया है. कुल 117 विधानसभा सीटों में से 20 सीटों पर बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) और बाकी बची 97 सीटों पर शिरोमणि अकाली दल चुनाव लड़ेगी.
इन सीटों पर गठबंधन बसपा पंजाब के 117 विधानसभा सीटों में से 20 पर चुनाव लड़ेगी, बाकी सीटें SAD के हिस्से में आएगी. बसपा के हिस्से में जालंधर का करतारपुर साहिब, जालंधर पश्चिम, जालंधर उत्तर, फगवाड़ा, होशियारपुर सदर, दासुया, रुपनगर जिले में चमकौर साहिब, पठानकोट जिले में बस्सी पठाना, सुजानपुर, अमृतसर उत्तर और अमृतसर मध्य आदि सीटें आयी हैं.
बीएसपी सुप्रीमो कांशीराम पंजाब से चुनाव जीत गए थे. सितंबर 2020 में संसद से पास तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में एनडीए के घटक अकाली दल ने मोदी सरकार से बाहर होने का फैसला किया था. शिअद के साथ गठबंधन में बीजेपी 23 सीटों पर चुनाव लड़ा करती थी.
विश्लेषकों का कहना है कि लोकसभा द्वारा विवादास्पद कृषि कानून पारित किए जाने के बाद SAD ने भाजपा से नाता तोड़ लिया था, लेकिन वह इस धारणा को खारिज करने में विफल रही कि उसने बिल को पारित होने से रोकने के लिए कुछ नहीं किया.