एक तरफ जहाँ भाजपा के तमाम ने कांग्रेस मुक्त भारत की बात करते है वहीँ दूसरी तरफ संघ प्रमुख ने इस नारे से इंकार किया है। RSS प्रमुख मोहन भागवत का कहना है की संघ कभी भी अलगाव की बात नहीं करता, संघ हमेशा सबको साथ लेकर चलने का पक्षधर है।
RSS प्रमुख ने नारे को बताया राजनैतिक
आरएसएस प्रमुख मोहन भगवत के अनुसार “कांग्रेस मुक्त भारत ” का नारा पूर्णतः राजनैतिक नारा है। उन्होंने इसके संघ से जुड़े होने से इनकार करते हुए कहा की संघ कभी भी तोड़ने की बात नहीं करता ,संघ हमेशा से ही राष्ट्र निर्माण के लिए लोगो को जोड़ने की बात करता है ,चाहे कोई साथ चलने वाला हो या कोई विरोधी ही क्यों न हो।
ये सब बाते उन्होंने एक पुस्तक विमोचन के दौरान कही। उन्होंने कहा की हम मुक्ति शब्द का प्रयोग नहीं करते हैं, यह राजनीति में इस्तेमाल होता है, हम कभी भी किसो को अलग करने की बात नहीं करते हैं।
पीएम मोदी ने सर्वप्रथम लोकसभा में दिया था नारा
बता दें की महात्मा गांधी के कांग्रेस मुक्त भारत के सपने को पूरा कर रहे हैं। गाँधी जी आज़ादी के बाद कांग्रेस को ख़त्म करना चाहते थी। हम उन्ही का सपना साकार कर कांग्रेस मुक्त भारत बना रहे।
उस समय के बाद से लगातार बीजेपी की तरफ से कांग्रेस मुक्त भारत के नारे लगते आये।
हार की मुख्य वजह लोगों की सरकार के प्रति उदासीनता
रविवार को संघ के प्रमुख पदाधिकारियों और भाजपा के शीर्ष नेताओं के बीच हुई बैठक जिसमे गोरखपुर एवं फूलपुर के चुनाव नतीजों पर चिंतन किया गया। संघ ने उत्तर प्रदेश के इन दोनों सीटों पर हुए लोकसभा उपचुनाव के परिणाम पर चिंतन करते हुए कहा की हम इस हार की वजह सिर्फ गठबंधन को नहीं दे सकते, बल्कि हार की मुख्य वजह लोगों की सरकार के प्रति उदासीनता है। संघ की ओर से कहा गया कि किसी की भी प्रतिमाओं को तोड़ा जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। दलितों और पिछड़ो को एकजुट करके ही हिंदुत्व को मजबूत किया जा सकता है।
कांग्रेस मुक्त भारत पर बोलते हुए संघ प्रमुख ने कहा की राष्ट्र निर्माण के लिए सबका एक होना आवश्यक है। हम किसी को अलग करके राष्ट्र को एक नहीं कर सकते।