कई सरकारी विद्यालयों में अधिकतर विद्यार्थियों (students) से झाड़ू-पोछा करवाने की खबर मिलती है।
मानव अधिकार आयोग के इस बात पर संज्ञान लेते हुए स्कूल शिक्षा विभाग ने कुछ कदम उठाये हैं।
students से झाड़ू-पोछा करवाने पर रुकेगी वेतनवृद्धि
हाल ही में स्कूल शिक्षा विभाग ने आदेश जारी करते हुए कहा है की सरकारी विद्यालयों में विद्यार्थियों से झाड़ू-पोछा करवाने या बर्तन धुलवाने पर उस विद्यालय के हेड मास्टर और प्राचार्य की वेतनवृद्धि रोक दी जाएगी, साथ ही भविष्य में पदोन्नाति भी नहीं हो सकेगी।
नहीं करा सकते है कोई काम
विभाग के उप सचिव प्रमोद सिंह के आदेश के अनुसार विद्यार्थियों से शिक्षा व खेल के अलावा कोई काम नहीं करवाया जा सकता है। उनके अनुसार आदेश का उल्लंघन होने पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
मानव अधिकार आयोग को मिली शिकायतों के मुताबिक
- कुछ शिक्षक सामान मंगवाने के लिए भी बच्चों को बाजार भेज देते हैं।
- मध्यान्ह भोजन के बाद छात्रों को बाल्टियां और भोजन पकाने के बर्तनों को भी साफ करना पड़ता है।
- 90 फीसदी प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी नहीं होने से बच्चों को ही झाड़ू लगाना पड़ती है।