मुम्बई। धारावी स्थित संत रोहिदास सभागृह में दिनांक 13 मार्च को घुमंतु समाज व मीडिया प्रभारी राजकुमार राणा की छोटी बहन रीति राणा का विवाह गोलू राणा के साथ हिन्दू रीति रिवाज़ से संपन्न हुआ, विवाह समारोह में सिरकत करने पहुँचे,क्रांतिकारी युवा नेता बिज़नेस टाइकून व वरिष्ठ समाज सेवक अरविंद उपाध्याय,पूर्व गृह राज्य मंत्री महाराष्ट्र कृपाशंकर सिंह, हिन्दू युवा वाहिनी अध्यक्ष आशुतोष सिंह, विश्वास नागरे पाटिल आईपीएस अधिकारी, व तमाम नट समाज के गड़मान्य लोग मैजूद रहे।
आपको बता दे कि क्रांतिकारी युवा नेता अरविंद उपाध्याय उत्तर प्रदेश, जौनपुर जिला, मड़ियाहूं विधानसभा, सराय विक्रम, एक छोटे से गांव में ब्राहम्ण समाज मे पैदा हुये, आपको जानकर हैरानी होगी कि इस विवाह को लेकर अरविंद उपाध्याय का जमकर विरोध भी हुआ जी,जी हाँ दरसल अरविंद उपाध्याय,का नट समाज इस बात को लेकर विरोध कर रहा था की, वो राजकुमार राणा के बहन की शादी हिन्दू रीति रिवाज से करवाना चाहते थे, जो नट समाज को बिल्कुल ना गवार गुज़रा, दरसल होता यूं है कि नट समाज का पहनावा, रहन, सहन सब हिन्दू परंपरागत किआ जाता है, पर शादी मुस्लिम रीति रिवाज यानी निकाह के द्वारा किआ जाता है, इसी बात को लेकर अरविंद उपाध्याय को नट समाज का विरोध झेलना पड़ा, क्रांतिकारी अरविंद उपाध्याय को धमकी तक दी गई कि, मैसेज,वीडियो बनाकर लोगो को शादी में आने से रोका गया।
गौरतलब हो कि अरविंद उपाध्याय ने इस बात की जानकारी सासन प्रशासन को दी,प्रशासन ने सज्ञानता लेते हुए इस पूरे घटनाक्रम पर बारीकी से नज़र बनाये हुये था,प्रशासन ने अरविंद उपाध्याय की पूरी मदद की,इतना ही नही IPS अधिकारी विश्वास नागरे पाटिल,पूर्व गृहमंत्री कृपाशंकर सिंह खुद इस विवाह में मैजूद रहे।
क्रांतिकारी युवा नेता अरविंद उपाध्यक्ष ने देश भर के कई राज्यों से लोगों को आमंत्रित करके एक बड़ा आयोजन किया। जिसमें हिन्दू युवा वाहिनी का साथ सहयोग बराबर मिलता रहा, विवाह का निर्णय लेने के बाद क्रांतिकारी युवा नेता अरविंद उपाध्याय ने धीरे-धीरे पूरे नट समाज को तैयार किया। 6 महीने चर्चाओं का दौर चला,विरोध झेलना पड़ा।
लेकिन अरविंद उपध्याय ने पूरे नट समाज और राजकुमार के परिवार को इस विवाह के लिए तैयार कर लिया। समाज की सोच बदलने के लिए समय-समय पर जाति,समाज इत्यादि मु्द्दों पर चर्चाओं के कई आयोजन किए,एक तरह से गांव-समाज के बीच वैचारिक अभियान चलाया।
रिपोर्ट-संजय कुमार गिरि