BJP अध्यक्ष अमित शाह ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस देश के असली मुद्दों से भटक गई है। उसे मुद्दों की चिंता नहीं, न ही देश और देश की जनता की। कांग्रेस ने संसद की कार्रवाई बाधित करके संसद ठहराव के लिए हंगामे का रास्ता चुना है। कांग्रेस के कारण ही संसद सत्र का काम हंगामें की भेंट चढ़ रहा है। जिसके विरोध में मोदी सरकार ने आज देशभर में उपवास किया है। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह इस दौरान कर्नाटक में उपवास और धरने पर बैठे हैं।
BJP, कांग्रेस को सदन और जनता की चिंता नहीं
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस को सदन और जनता की चिंता नहीं है। उन्हें संसद में देश के लिए होने वाले कामों में बाधा पहुंचाने में महारथ हासिल हो गई है। इसीलिए कांग्रेस संसद में बहस के बजाय हंगामा करके कामकाज ठप करने का रास्ता अपना रही है। कांग्रेस बिखराव की राजनीति कर रही है। वह मुद्दों पर बहस करना ही नहीें चाहती है।
बैंक घोटाला, आंध्रप्रदेश विशेष राज्य दर्जा और कावेरी नदी मुद्दे पर बहस
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने लिखा कि बैंक घोटाला, आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा, कावेरी विवाद से लेकर अविश्वास प्रस्ताव तक में सरकार की ओर से संसदीय कार्यमंत्री, वित्त मंत्री, गृह मंत्री ने आश्वस्त किया था कि सदन को चलने दिया जाए। संसद में इन मुद्दों पर बहस कराई जाए। लेकिन कांग्रेस इनसे अपना मुंह मोड़ने में लगी है और उसके साथ कुछ विपक्षी भी हंगामा कर रहे हैं। जिससे संसद की कार्रवाई बाधित हो रहीे है।
जनता के पैसे की बर्बादी
शाह ने आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्ष के हंगामे के कारण जनता के सैकड़ों करोड़ रूपयों की बर्बादी राज्यसभा और लोकसभा बाधित करने से होती है। उन्होंने लिखा कि बजट सत्र के दूसरे हिस्से में 22 कार्य दिवस पूरी तरह से बर्बाद हो गए। राज्यसभा में हंगामे के कारण बजट सत्र के दूसरे चरण में 121 घंटे और लोकसभा में लगभग 128 घंटे बर्बाद कर दिये गये। लोकसभा और राज्यसभा चलाने का प्रति घंटे का खर्च लगभग क्रमश: 1.6 और 1.15 करोड़ आता है। इस तरह से कुल 385.6 करोड़ रूपये कांग्रेस और उसके सहयोगी विपक्षियों के हंगामें की भेंट चढ़ गये।
रिपोर्ट—संदीप वर्मा