बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने 1971 के मुक्ति संग्राम के 51 साल पूरे होने पर बड़ी घोषणा की है. इस संग्राम में शहीद या गंभीर रूप से घायल हुए भारतीय सैनिकों के वंशजों को मुजीब स्कॉलरशिप प्रदान करने की घोषणा की है। बांग्लादेश सरकार ने भारतीय रक्षा बलों के 200 प्रत्यक्ष वंशजों के लिए बंगलाबंधु शेख मुजीबुर रहमान छात्र छात्रवृत्ति की स्थापना की है।
मुक्ति संग्राम में मारे गए 200 भारतीय सैनिकों के वंशजों को छात्रवृत्ति प्रदान करने की घोषणा।
पीएम शेख हसीना ने दी भारतीय नायकों को श्रद्धांजलि: बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना ने कहा कि बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान छात्र छात्रवृत्ति 10 वीं कक्षा के 100 छात्रों और कक्षा 12 के 100 छात्रों को प्रदान करना, उन भारतीय नायकों को श्रद्धांजलि है जिन्होंने हमारे लिए सर्वोच्च बलिदान दिया। गौरतलब है कि बांग्लादेशी सरकार के अनुसार, बांग्लादेश मुक्ति संग्राम में कम से कम 1,984 भारतीय सेना के जवान मारे गए थे।
भारत और बांग्लादेश के द्विपक्षीय संबंधों पर बोलते हुए पीएम शेख हसीना ने आगे कहा कि भारत-बांग्लादेश के बीच के सांख्यिकी साझेदारी पिछले दशक में और आगे बढ़ी है। 50 साल के मजबूत संबंधों में दोनों देशों ने बहुत से क्षेत्रों में अपनी साझेदारी को आगे बढ़ाया है। उन्होंने बताया कि हमने समुद्री और सीमा से संबंधित विवादों को सुलझाने के लिए चर्चा को आगे बढ़ाया है।
विदेश मंत्री ने बायोपिक की दी जानकारी: विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा कि भारत के लिए भी बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान एक प्रतिष्ठित और महान व्यक्तित्व है। बांग्लादेश की तरह भारत में भी उन्हें याद किया जाता है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने भी पहले ही कहा है कि बंगबंधु हमारे भी राष्ट्रीय नायक हैं। इस दौरान विदेश मंत्री ने बताया कि बंगबंधु को सम्मान देने के लिए दोनों देश उन पर एक बायोपिक बना रहे हैं जो जल्दी ही पूरी होने वाली है।
रिपोर्ट: शाश्वत तिवारी