झारखंड में विधायकों पर खरीद फरोख्त से लेकर मनी लॉन्ड्रिंग के दाग लगते रहे हैं। झारखंड कांग्रेस के तीन विधायक इरफान अंसारी, नमन विक्सल कोंगाड़ी और राजेश कच्छप को हिरासत में लिये जाने के बाद फिर से बड़ा सवाल उठ खड़ा हुआ है।पश्चिम बंगाल पुलिस ने हावड़ा में इन विधायकों की SUV गाड़ी से कैश बरामद किया था, जिसके बाद रुपये गिनने वाली मशीन मंगवाई गई थी.
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने इस पर तंज कसते हुए इसे ऑपरेशन लोटस का बनेकाब होना बताया, उन्होंने ट्वीट कर कहा कि झारखंड में भाजपा का ‘ऑपरेशन लोटस’ आज रात हावड़ा में बेनकाब हो गया. दिल्ली में ‘हम दो’ का गेम प्लान झारखंड में वही करने का है, जो उन्होंने महाराष्ट्र में ED (एकनाथ शिंदे-देवेंद्र फडणवीस) की जोड़ी से करवाया था.
पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने दावा किया कि विधायकों की खरीद-फरोख्त तथा झामुमो नीत झारखंड सरकार को संभावित रूप से सत्ता से बाहर करने की अफवाहों के बीच नकदी बरामद की गई है.
झारखंड से निर्दलीय विधायक सरयू रॉय ने कांग्रेस से यह बताने को कहा है कि क्या विधायक नकदी लेकर झारखंड लौट रहे थे या झारखंड से किसी और राज्य में जा रहे थे। उन्होंने पूछा, ‘‘धन का स्रोत कौन-सा राज्य है-असम, बंगाल या झारखंड?’’
हावड़ा ग्रामीण पुलिस को पश्चिम बंगाल की सीआईडी से वाहन में नकदी ले जाए जाने की खुफिया सूचना मिली थी. जिसके बाद झारखंड से कांग्रेस के तीन विधायकों को पुलिस ने पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले में रोका. इन विधायकों की गाड़ी से हावड़ा में काफी मात्रा में कैश बरामद किया गया था.