सर्दियों का मौसम आते ही लोग पानी से दूर भागना शुरू कर देते हैं। स्कूल जाने वाले बच्चे तो पाउडर लगाकर टिपटॉप बन जाते हैं लेकिन बड़े लोग तरोताजा दिखने के लिए खूब सारा डियो छिड़कते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि न नहाकर डियो लगाने से शरीर की दुर्गंध तो दूर हो जाएगी लेकिन इससे आपको बहुत नुकसान पहुंचेगा। आगे की स्लाइड में जानें क्यों?
विशेषज्ञों के अनुसार यह बात साबित हो चुकी है कि डियो में मौजूद सामग्री हमारे शरीर और त्वचा को नुकसान पहुंचाते हैं। डियो में मौजूद ऐल्कोहॉल की वजह से त्वचा पर रेडनेस और खुजली होने लगती है जिससे पिग्मेंटेशन या वर्णकता की समस्या भी हो सकती है।
डियो में मौजूद ऐल्युमिनियम तत्व पसीने की ग्रंथी को बंद कर देते हैं। इस वजह से पसीना शरीर से बाहर नहीं निकल पाता और संक्रमण के साथ-साथ डर्मेटाइटिस (डर्मेटाइटिस जिसे एक्जिमा भी कहा जाता है त्वचा से जुड़ी एक बीमारी है) होने का खतरा रहता है। पसीने की ग्रंथी में रुकावट आने से शरीर में मौजूद टॉक्सिक और हानिकारक तत्व बाहर नहीं निकल पाते और यह भी शरीर के लिए अच्छा नहीं है।
विशेषज्ञों के अनुसार डियो में मौजूद ऐल्युमिनियम जैसी सामग्री ब्रेस्ट टीशू को नुकसान पहुंचा सकते हैं जिससे ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। अगर किसी के परिवार में ब्रेस्ट कैंसर का इतिहास रहा हो तो ऐसे व्यक्ति को डियो का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
ये करें इस्तेमाल
पसीने नहीं बैक्टीरिया से बदबू आती है इसलिए एंटीबैक्टीरियल यानि जीवाणुरोधी बॉडी वॉश का इस्तेमाल करें।
ऐपल साइडर सिरका त्वचा के पीएच लेवल का संतुलन कर पसीने की बदबू और बैक्टीरिया से लड़ने में मदद कर सकता है।