राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल ने कुछ दिन पहले उच्च शिक्षण संस्थानों के संबन्ध में दूरगामी विचार व्यक्त किया था। उनका कहना था कि उच्च शिक्षण संस्थान केवल शिक्षा प्रदान करने तक सीमित ना रहें,बल्कि उनको सामाजिक सरोकारों से भी जुड़ना चाहिए। इससे समाज को लाभ होगा। साथ ही विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ समाज सेवा की प्रेरणा मिलेगी। जिससे वह श्रेष्ठ नागरिक बन सकेंगे। आनन्दी बेन पटेल ने इस समय होने वाले अनेक सामाजिक कार्यों का उल्लेख भी किया,जिन पर उच्च शिक्षण संस्थान सहयोग कर सकते है।
इनमें महिला प्रधानों का प्रशिक्षण,योग दिवस व पौधरोपण व महिला सशक्तिकरण अभियान व सामाजिक कुरीतियों का निवारण आदि शामिल है। राज्यपाल ने एक वर्चुअल कार्यक्रम में कहा कि विश्वविद्यालय में स्थाापित महिला अध्ययन केन्द्र महिला सशक्तीकरण, स्वावलम्बन,स्वास्थ्य, शिक्षा संस्कार पोषण आदि के साथ साथ समाज में व्याप्त विभिन्न सामाजिक कुरीतियों जैसे दहेज प्रथा लिंग भेद,बाल विवाह आदि के प्रति भी जागरूकता कार्यक्रम चलायें ताकि इन्हे समाप्त किया जा सके।
महिला प्रधान प्रशिक्षण
आनन्दी बेन पटेल चुनौतियों का सामना करते हुए समाज सेवा के मार्ग पर आगे बढ़ती रही है। वह बालिकाओं व महिलाओं को भी सदैव प्रेरणा देती है। कुछ दिन पहले वर्चुअल माध्यम से प्रदेश के नव निर्वाचित ग्राम प्रधानों से संवाद किया था। अपने व्यापक अनुभव के आधार पर उन्होंने उच्च शिक्षण संस्थानों से कहा कि अभी हुये पंचायती चुनाव में बड़ी संख्या में महिला प्रधान चुनकर आयी है। उनमें आत्मविश्वास पैदा करने के लिये तथा हिचक समाप्त करने हेतु प्रशिक्षण कार्यक्रम चलायें साथ ही उन्हें सरकार द्वारा संचालित कल्याणकारी योजनाओं की भी जानकारी दें। जिससे वह अपनी ग्राम सभा में योजनाओं को लागू करने तथा शत प्रतिशत टीकाकरण कराने के साथ साथ उसे कुपोषण व क्षयरोग मुक्त ग्राम सभा बना सकें। उन्हे इस कार्य हेतु ग्राम सभा के स्वयं सहायता समूहों,स्वयं सेवी संगठनों प्रतिष्ठित नागरिकों का सहयोग लेने हेतु प्रेरित करें।
भ्रमण से प्रेरणा
राज्यपाल एक बार फिर दोहराया कि विश्वविद्यालय को सामाजिक सरोकारों में भी अपना सक्रिय योगदान देना चाहिए।
महिलाओं एवं छात्राओं को सरकारी कार्यालय महिला चिकित्सालयों, नारी निकेतनों आदि का भ्रमण भी करायें ताकि वे भावी जीवन में होने वाली समस्याओं से भिज्ञ होकर उनका सफलता पूर्वक निराकरण कर सकें। विश्वविद्यालय छात्रों के सर्वांगिण विकास अन्य गतिविधियों का भी संचालन करें।
योग व पौधरोपण
आनन्दी बेन ने कहा कि उच्च शिक्षण संस्थान इक्कीस जून को योग दिवस का आयोजन करें। प्रदेश सरकार द्वारा चलाये जाने वाले वृहद वृक्षारोपण महाभियान में तैयारी कर विश्वविद्यालय उनसे सम्बद्ध महाविद्यालयों का सहयोग लेकर एक एक लाख पीपल के पौधों का वृक्षारोपण करें।
विश्वविद्यालय में होने वाले नवाचार से अन्य विश्वविद्यालय को भी अवगत कराने के साथ ही आंगनबाड़ी केन्द्र के बच्चों के सहायतार्थ शिक्षण,खेलकूद एवं पोषण सामाग्री उपलब्ध करायें,क्षय रोग से पीड़ित बच्चों को गोद लें, बीच में शिक्षा छोड़ने वाले बच्चों को विद्यालय जाने हेतु प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय आगामी शैक्षिक सत्र के लिये समय सारणी बनाकर शैक्षिक गतिविधियां चलायें साथ ही नयी शिक्षा नीति के सफल क्रियान्वयन हेतु यथाशीघ्र अपने सुझाव प्रेेषित करें ताकि उस पर सार्थक विचार किया जा सके।