चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Elections 2020) को लेकर सरगर्मी तेज हो चुकी है. आज कांग्रेस के अहम मीटिंग होने जा रही है. इस मीटिंग की अध्यक्षता कांग्रेस पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी करेंगी.
मिल रही जानकारी के मुताबिक 11 जनवरी को कांग्रेस पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के घर पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की मीटिंग बुलाई गई है. इस मीटिंग में दिल्ली विधानसभा चुनाव पर चर्चा होगी.
मजबूत संगठन व विश्वसनीय चेहरों के अभाव से जूझ रही कांग्रेस पार्टी दिल्ली विधानसभा के चुनाव में इसबार बड़ी उम्मीदों के साथ मैदान में उतर रही है. चुनाव प्रोग्राम की आधिकारिक घोषणा होने के साथ ही पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह उम्मीद जताई है कि यह चुनाव पिछले चुनावों से अलग है क्योंकि लोग बीजेपी व आम आदमी पार्टी की लड़ाई से ऊब गए हैं व कांग्रेस पार्टी को एक विकल्प के तौर पर देख रहे हैं.
देश की मुख्य विपक्षी पार्टी के लिए बड़ी कठिन यह है कि तकरीबन सभी सियासी जानकार उसे तीसरी नंबर की पार्टी के तौर पर देख रहे हैं तथा पार्टी के पास विश्वसनीय चेहरे व मजबूत संगठन का भी अभाव है. हालांकि, पार्टी लोकसभा चुनाव में अपने दूसरे जगह पर रहने के आधार पर यह दावा कर रही है कि उसे लड़ाई में खारिज नहीं किया जा सकता.
वर्ष 2015 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को महज 9.7 प्रतिशत वोट मिले थे व उसे एक भी सीट हासिल नहीं हुई थी. दिल्ली की पॉलिटिक्स में कांग्रेस पार्टी अपने न्यूनतम आंकड़े पर चली गई थी. इसके दो वर्ष बाद हुए नगर निगम चुनाव में कांग्रेस पार्टी के मत फीसदी में तेज उछाल आया व उसे 21 प्रतिशत वोट मिले.