लखनऊ। उत्तर प्रदेश 2022 के विधान सभा चुनावों के लिए मतदान के पहले ही दिन यानी, गुरुवार, 10 फरवरी को मतदान केंद्रों से धांधली की शिकायतें आने लग गयी हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मतदान केंद्रों पर ईवीएम घंटो बाधित रहीं। इसकी वजह से मतदाताओं को वोट डालने से रोका गया। कई जगहों पर पुलिस कर्मियों ने मतदाताओं को मतदान करने से रोका तो कई पीठासीन अधिकारी स्वयं भाजपा के पक्ष में वोट डालते देखे गए।
केन्द्रीय राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति और डॉ0 संजीव बालियान करते रहे आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय स्चिव राजेंद्र चौधरी ने इस मुद्दे पर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि, कई मतदान केन्द्रों पर दबंगों को खुलेआम फर्जी वोट डालते देखा गया है। प्रत्यक्षदर्शियो के मुताबिक, मुस्लिम मतदाताओं और दलितों को विशेष रूप से मतदान से रोका गया। आगरा में भाजपाई खुलेआम दो-दो वोट डालते रहे। केन्द्रीय राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति फतेहपुर में और डॉ0 संजीव बालियान मुजफ्फरनगर में आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करते रहे।
यूपी पश्चिम में भाजपा नेताओं ने खुलेआम स्वतंत्र और निष्पक्ष मतदान का बना दिया मज़ाक
चौधरी के अनुसार ने यह भी बताया कि आगरा, अलीगढ़, शामली, बागपत, बुलन्दशहर, मेरठ, गाजियाबाद, मथुरा, हापुड़ और गौतमबुद्धनगर जनपदों से मतदान सम्बंधी तमाम शिकायतें मिली हैं। इन जनपदों में कई मतदान स्थलों पर प्रशासन और भाजपा नेताओं ने अपनी करनी से खुलेआम स्वतंत्र और निष्पक्ष मतदान को मजाक बना कर रख दिया।
सपा के राष्ट्रीय सचिव राजेंद्र चौधरी ने आयोग को लिख दिया था शिक़ायती-पत्र
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राजेन्द्र चौधरी ने कहा है कि चुनाव आयोग को लगातार भाजपा सरकार द्वारा मतदान के दिन धांधली किए जाने की आशंका के बारे में लिखित शिकायतें की गई थी। उन्होंने कहा कि आज पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मतदान के दिन भाजपा ने चुनावों की निष्पक्षता और स्वतंत्रता पर कलंक का टीका लगाकर साबित कर दिया कि वह लोकतंत्र और संविधान दोनों की विरोधी हैं। राजेंद्र चौधरी के अनुसार, चुनाव आयोग तक तमाम शिकायतों पहुंची हैं पर त्वरित कार्रवाई होने की कोई सूचना नहीं मिली है। चुनाव आयोग को यथोचित कार्यवाही करनी चाहिए ताकि लोकतंत्र को क्षति न हो और निष्पक्ष चुनाव पर अविश्वास न हो।
Report- Anshul Gaurav