लखनऊ। लोकसभा चुनाव को देखते हुए राजधानी लखनऊ में सियासी सरगर्मी तेज हो गई है। एक तरफ बुधवार को जहां प्रियंका गांधी ने मेरठ पहुंचकर भीम आर्मी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद से मुलाकात किया वहीं सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी मायावती से मिलने पहुंचे।
कांग्रेस के रवैये से नाराज बसपा सुप्रीमो मायावती ने
सूत्रों की माने तो कांग्रेस के रवैये से नाराज बसपा सुप्रीमो मायावती ने अखिलेश को जल्द रायबरेली और अमेठी में भी गठबंधन (सपा-बसपा) के उम्मीदवार को उतारने की बात कही। मायावती ने समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव से दो दिन के अंदर उम्मीदवारों के नामों को लेकर फैसला लेने को कहा है।
संयुक्त चुनावी रैलियां करने पर विचार
इस दौरान दोनों नेताओं ने चुनावी घोषणा पत्र को लेकर भी चर्चा की। इस बैठक में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ राज्यसभा सांसद संजय सेठ भी मौजूद थे। लगभग डेढ़ घंटे की मुलाकात में होली के बाद संयुक्त चुनावी रैलियां करने पर भी विचार किया गया। इसके साथ ही पूर्व में घोषित उम्मीदवारों को बदलने जैसे मुद्दों पर भी चर्चा हुई। मायावती साफ कर चुकी हैं कि बसपा कांग्रेस के साथ किसी भी राज्य में कोई गठबंधन नहीं करेगी।