अयोध्या, (जय प्रकाश सिंह)। डॉ राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय में पीएम उषा के साॅफ्ट कॉम्पोनेंट्स योजना के अन्तर्गत जैव रसायन विज्ञान विभाग में पांच दिवसीय कार्यशाला के तीसरे दिन जेनेटिक इंजीनियरिंग के क्षेत्र में कार्य करने वाले तीन अतिथि वक्ताओं के व्याख्यान हुआ।
कार्यशाला के प्रथम वक्ता डॉ ताबिश केदवई, सहायक आचार्य, एसआरएम यूनिवर्सिटी, लखनऊ ने जेनेटिक वेरिएशन का प्लांट एवं एनिमल में क्या योगदान है। इसके बारे में विद्यार्थियों को बताया।
इसी क्रम में द्वितीय वक्ता डॉ सुजीत कुमार सिंह साइटोजिन रिसर्च एवं डेवलपमेंटए लखनऊ ने डीएनए बारकोडिंग का उपयोग पौधों जानवरों एवं सूक्ष्म जीवों पर करके उनके बारे में कैसे संपूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकते हैं के बारे में विस्तृत चर्चा की।
तीसरी वक्ता डॉ पेच्छी गर्ग, सहायक आचार्य बायोटेक्नोलॉजी विभाग, एमिटी यूनिवर्सिटी, लखनऊ ने भी रोल ऑफ मल्टी ओमिक्स अप्रोच इन जेनेटिक इंजीनियरिंग से जुड़ी हुई सूचनाओं के बारे में छात्रों को अवगत कराया। इस अवसर पर विभागाध्यक्ष प्रो फर्रुख जमाल ने आए हुए समस्त अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने बताया कि जेनेटिक इंजीनियरिंग की टेक्निक्स कई बीमारियों के इलाज में सहयोगी रहेगा।
कार्यक्रम का संचालन डॉ पंकज सिंह एवं डॉ मणिकांत त्रिपाठी ने किया। इस अवसर पर प्रो नीलम पाठक, डाॅ संग्राम सिंह, डॉ नीलम यादव, डॉ शिश्री श्रीवास्तव डॉ प्रदीप कुमार सिंह सहित अन्य उपस्थित रहे।