खीरों /रायबरेली। छुट्टा जानवर Stray Animals बने आफत बर्बाद हो रही किसानों की खून पसीने की कमाई।सरकार एक तरफ जहां गौशालाए बनवाने की औपचारिकता कर रही है वहीं छुट्टा जानवर किसानों की खून पसीने की कमाई को अपना निवाला बना रहे हैं। किसान दिन रात जाकर अपनी रोटी की सुरक्षा करने में परेशान है। विकास क्षेत्र की साठ गांव पंचायतों के सभी गांव के किसान छोटा-छोटा जानवरों के आतंक से परेशान हैं किसानों की गेहूं चना मटर अरहर आलू दलहन तिलहन की फसलों पर छुट्टा जानवर मुसीबत बनकर टूट रहे इसका जीता जागता उदाहरण उदावत पुर मैं देखने को मिला जहां छुट्टा जानवरों के झुंड किसानों की फसलों को बर्बाद कर रहे थे।
Stray Animals के झुंड से किसान अपनी
छुट्टा जानवरों Stray Animals के झुंड से किसान अपनी फसलों की रातों दिन रखवाली कर रहे हैं लेकिन फसलें सुरक्षित नहीं है इन्हीं जानवरों को किसान जब अपने खेत से बाहर भगाता है तो पड़ोसी किसान झगड़ा वा मारपीट करते हैं ।किसानों को कई बार यह छुट्टा जानवर मार कर घायल भी कर चुके हैं ।क्षेत्रीय किसानों विजयपाल यादव दुर्गेश यादव सुरेंद्र अमरपाल शिव शंकर पुष्पेंद्र कुमार बनवारी भून्दल आदि किसानों ने सरकार से छुट्टा जानवरों से निजात दिलाने की मांग की है।
रिपोर्ट-दिवाकर तिवारी