भाग्यश्री जाधव और सुमित अंतिल पेरिस पैरालंपिक खेलों में भारत के ध्वजवाहक होंगे और उद्घाटन समारोह में 84 सदस्यीय भारतीय दल का नेतृत्व करेंगे। भारत पेरिस पैरालंपिक में अपने इतिहास का सबसे बड़ा दल भेज रहा है। टोक्यो में भारत के 54 पैरालंपिक एथलीटों ने हिस्सा लिया था। पेरिस पैरालंपिक की शुरुआत 28 अगस्त से हो रही है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई पदक जीत चुकी हैं भाग्यश्री
महाराष्ट्र की भाग्यश्री अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नियमित रूप से प्रदर्शन कर रही हैं। उन्होंने 2022 एशियन पैरा गेम्स में गोला फेंक एफ34 स्पर्धा में रजत पदक जीता था और टोक्यो पैरालंपिक में सातवें स्थान पर रही थीं। भाग्यश्री का सफर 2017 में शुरू हुआ था और उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगातार पदक जीतकर अपनी पहचान बना ली थी। उन्होंने इसके साथ ही फेजा विश्व कप और विश्व पैरा एथलेटिक्स गेम्स में भी पदक जीते थे।
गत विश्व रिकॉर्डधारी हैं सुमित
भारत के स्टार पैरा भाला फेंक एथलीट सुमित एफ64 वर्ग में गत विश्व रिकॉर्डधारी हैं। उन्होंने 2020 टोक्यो पैरालंपिक में 68.55 मीटर के विश्व रिकॉर्ड थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता था। सुमित ने 2023 विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में स्वर्ण जीता और 2022 एशियन गेम्स में 73.29 मीटर के थ्रो के साथ नया विश्व रिकॉर्ड बनाया था। इस बार भारत तीन नए स्पर्धा में चुनौती पेश करेगा जिसमें पैरा साईकिलिंग, पैरा रोइंग और ब्लाइंड जूडो शामिल है। इस तरह भारत पैरालंपिक में कुल 12 खेलों में चुनौती पेश करेगा। भारतीय पैरालंपिक समिति (पीसीआई) ने इसकी जानकारी दी।
टोक्यो से दोगुना होगी महिला पैरा एथलीटों की संख्या
टोक्यो की तुलना में महिला पैरा एथलीटों की संख्या इस बार दोगुनी है। पिछली बार 14 महिला पैरा एथलीटों ने हिस्सा लिया था, लेकिन पेरिस में 32 भारतीय महिला पैरा एथलीट हिस्सा लेंगी। भारत ने टोक्यो पैरालंपिक में कुल 19 पदक जीते थे और इस बार कोशिश पुरानी उपलब्धि को पीछे छोड़ने की होगी।