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पूर्वांचल का सतत विकास

पिछले तीन वर्षों में पूर्वी उत्तर प्रदेश की अनेक लंबित समस्याओं का समाधान किया गया। अनेक जटिल समस्याओं पर तो पिछले चार दशकों तक पर्याप्त ध्यान ही नहीं दिया गया। जबकि सांसद के रूप में योगी आदित्यनाथ लगातार इनके प्रति केंद्र व प्रदेश सरकार का ध्यान आकृष्ट करते थे। नरेंद्र मोदी सरकार के गठन के बाद कदम उठाए गए। प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के सरकार बनने के बाद अनेक योजनाओं को गति मिली। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐसे ही मुद्दों पर विचार व्यक्त किये। उन्होंने गोरखपुर में दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर,विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित राष्ट्रीय वेबिनार व संगोष्ठी पूर्वांचल का सतत विकास: मुद्दे रणनीति एवं भावी दिशा का शुभारम्भ किया।

ODOP की सफलता

योगी आदित्यनाथ सरकार ने प्रारंभ में ही प्रदेश के विकास के उद्देश्य से एक मैपिंग करायी गयी। इससे पता चला कि प्रदेश के पचहत्तर जनपदों में से सत्तावन के अपने विशिष्ट परम्परागत उत्पाद हैं। वाराणसी की साड़ी,भदोही के कालीन, अलीगढ़ का हार्डवेयर, मुरादाबाद का पीतल का काम,कन्नौज का इत्र, फिरोजाबाद का कांच का कार्य जैसे ही अन्य जनपदों के परम्परागत उत्पाद प्रसिद्ध हैं। अठारह जनपदों की विशिष्टताओं जैसे सिद्धार्थनगर का काला नमक चावल, मुजफ्फरनगर का गुड़ आदि को चिन्हित करके एक जनपद-एक उत्पाद योजना प्रारम्भ की गयी। एक जनपद एक उत्पाद योजना वर्तमान में देश की सबसे लोकप्रिय योजना है। यह योजना प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत का आधार बन गयी है। किसी भी क्षेत्र के आर्थिक विकास के लिए स्थानीय उत्पाद की सबसे बड़ी भूमिका होती है। स्थानीय उत्पाद के साथ स्थानीय स्तर पर युवाओं को रोजगार व स्वतः रोजगार की सम्भावनाओं के साथ जोड़कर आर्थिक विकास के नये आयाम तय किए जा सकते हैं।

आत्मनिर्भर भारत अभियान

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत प्राचीनकाल से ही स्थानीय उत्पादों की व्यवस्था से जुड़ा रहा है। हमारे गांव आत्मनिर्भर होकर ग्राम स्वराज्य की परिकल्पना को साकार करते रहे हैं। प्राचीनकाल से ही भारत के गांवों में सभी प्रकार के कार्यों से जुड़े लोग रहते थे। इस व्यवस्था के कमजोर होने से हुए पलायन के कारण गरीब और पिछड़े होने का ठप्पा लगा। इसको वर्तमान केंद्र व प्रदेश सरकार दूर कर रही हैं।

लुक ईस्ट- एक्ट ईस्ट

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लुक ईस्ट एवं एक्ट ईस्ट का विचार दिया था। सूर्योदय भी पूरब से होता है। प्रदेश और केन्द्र सरकार इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास के लिए कार्य कर रही हैं। पूर्वी उत्तर प्रदेश में पूर्वांचल एक्सप्रेस वे,बुन्देलखण्ड क्षेत्र में बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे, गंगा एक्सप्रेस-वे,गोरखपुर में गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे का कार्य तेजी से चल रहा है। तीन वर्ष पहले प्रदेश में मात्र दो एयरपोर्ट फंक्शनल थे। वर्तमान में आठ एयरपोर्ट क्रियाशील हैं। बीस अन्य एयरपोर्ट का निर्माण कार्य कराया जा रहा है।जेवर,कुशीनगर,अयोध्या में अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे बनाए जा रहे हैं। हर जनपद को फोर लेन मार्गों तथा हर गांव को ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ने की कार्यवाही की जा रही है।

एम्स व मेडिकल कॉलेज

गोरखपुर में एम्स, कुशीनगर, देवरिया, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर गोण्डा, बस्ती, बहराइच, आजमगढ़, गाजीपुर, प्रतापगढ़, सुल्तानपुर आदि पूर्वांचल के जनपदों में मेडिकल काॅलेज की स्थापना करायी जा रही है। यह संस्थान प्रदेश की जनता को उत्कृष्ट चिकित्सा सुविधाएं सुलभ कराने के लिए स्थापित कराए जा रहे हैं।

प्राथमिक विद्यालयों में सुधार

मुख्यमंत्री ने कहा कि तीन वर्ष पूर्व प्रदेश के कृषि विज्ञान केन्द्र, परिषदीय प्राथमिक विद्यालय जैसी संस्थाएं आश्रित हो गई थीं। अपने दायित्वों की उपेक्षा कर रही थीं। वर्तमान राज्य सरकार ने इन संस्थाओं, प्रशासनिक मशीनरी, जनप्रतिनिधियों को प्रेरित कर सक्रिय किया। ऑपरेशन कायाकल्प में प्राथमिक विद्यालयों में अवस्थापना सुविधाएं सुलभ करायी गयीं। गुणवत्तापूर्ण शैक्षिक वातावरण बनाने के लिए कदम उठाए गए। इसके परिणामस्वरूप विगत तीन वर्षों में परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में विद्यार्थियों की संख्या में 54 लाख की वृद्धि हुई है।

 क्लाइमेटिक जोन विकास

योड़ी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में क्लाइमेटिक जोन हैं। यह सभी जोन प्राकृतिक संसाधनों से युक्त हैं। इन संसाधनों से पूरी दुनिया की जरूरतों को पूरा किया जा सकता है। प्रदेश में पर्याप्त मात्रा में जल संसाधन, उपजाऊ भूमि, बेहतर कनेक्टिविटी उपलब्ध है। प्रधानमंत्री ने देश का पहला वाॅटर वे हल्दिया से उत्तर प्रदेश को जोड़ने के लिए ही बनाया है।

तीर्थाटन पर्यटन विकास

पूर्वी उत्तर प्रदेश सांस्कृतिक रूप से भी अत्यन्त समृद्ध है। यह भगवान श्रीराम,भगवान बुद्ध, जैन तीर्थंकर, क्रियात्मक योग के जनक गुरु गोरक्षनाथ की धरती है। पूर्वी उत्तर प्रदेश में सर्विस सेक्टर में सर्वाधिक सम्भावनाएं हैं। संतों और मुनियों की परम्परा और दुनिया का सबसे बड़ा सांस्कृतिक आयोजन प्रयागराज कुम्भ इसी क्षेत्र में आयोजित किया जाता है। वर्तमान प्रदेश सरकार ने प्रयागराज कुम्भ का दिव्य एवं भव्य आयोजन कराया। पूरी दुनिया से चौबीस करोड़ से अधिक श्रद्धालु इस आयोजन में सम्मिलित हुए।

अपनी स्वच्छता,सुरक्षा एवं सुव्यवस्था के कारण इस आयोजन ने पूरी दुनिया में देश और प्रदेश की नयी पहचान स्थापित की। विश्व को दीपावली का उत्सव देने वाली आयोध्या में दीपोत्सव तथा वाराणसी में भव्य एवं देव दीपावली का आयोजन किया गया है। इससे पूरी दुनिया ने इनकी ओर रुख किया है। भगवान बुद्ध से जुडे़ छह प्रमुख तीर्थ उत्तर प्रदेश में हैं। इनमें से पांच पूर्वी उत्तर प्रदेश में हैं। इस प्रकार पूर्वी उत्तर प्रदेश में आध्यात्मिक, ऐतिहासिक,प्राकृतिक पर्यटन की अपार सम्भावनाएं हैं।

प्रगति पर गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे

मुख्यमंत्री ने गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे ग्राम नकौरा सिकरीगंज में पैकेज वन के कार्यों की समीक्षा की। कहा कि विकास परियोजनाओं में विलम्ब व शिथिलता के लिए सम्बन्धित के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी। टीम भावना के साथ कार्य किए जाए और मैनपावर बढ़ाकर समय सीमा के अन्तर्गत कार्य पूर्ण किए जाएं तथा अनावश्यक प्रकरणों को किसी भी स्तर पर लम्बित न रखे जाए। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे की निर्माण कम्पनियों को मिट्टी की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाए। प्रदेश में मिट्टी राॅयलटी फ्री कर दी गयी है, मिट्टी की कमी आड़े नहीं आएगी, मिट्टी के कार्यों को मई तक अवश्य पूर्ण कर लिया जाए। 1,774 करोड़ रुपए की लागत से 48.317 कि0मी0 लम्बाई की यह परियोजना है। इस परियोजना को 03 वर्ष के अन्दर पूर्ण करना है।

डॉ. दिलीप अग्निहोत्री

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