राष्ट्रधर्म को सर्वोच्च मानने के बाद स्वहित का विचार समाप्त हो जाता है। विचारधारा महत्वपूर्ण हो जाती है। इस प्रकार के जीवन में व्यक्तिगत राग द्वेष के लिए कोई स्थान नहीं रहता। भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी ने इसी ध्येय मार्ग का अनुसरण किया। इस पर चलते हुए वह अजातशत्रु ...
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