काशी में शिव और गंगा से वस्तुतः जीवन के शाश्वत सन्देश मिलते है। शिव का अर्थ ही कल्याण है,वह जगत कल्याण के लिए स्वयं विष पीते है। यह परमार्थ का विचार है। माँ गंगा का निर्मल अविरल होना भी जीवन का सन्देश है। व्यक्ति अपने जीवन को निर्मल और श्रेयष्कर ...
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