देवी दुर्गा का प्रथम स्वरूप मां शैलपुत्री है। नवदुर्गा के प्रथम दिन इनकी आराधना होती है। नव दुर्गा के प्रथम दिन की उपासना में साधक स्वयं को मूलाधार चक्रमें स्थिर करते हैं। यहीं से उनकी योग साधना का प्रारम्भ होता है। देवी का मंत्र-‘‘वन्दे वाञ्छितलाभाय चन्द्रार्धकृतशेखराम्। वृषारूढ़ां शूलधरां शैलपुत्रीं यशस्विनींम्।।” ...
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