उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य अपने बचपन के दिनों को याद कर भावुक हुए। उन्होंने बताया कि वह कच्चे मकान में रहते थे। वर्षा में मड़ई से पानी आने लगता था। घर में छाता भी नहीं था। खाली पड़ी खाद की बोरियों को ओढ़ कर पानी से बचने का प्रयास ...
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