बिधूना/औरैया। तहसील के थाना सहार क्षेत्र में शनिवार को दिन में नदी में नहाते समय पानी के तेज बहाव में डूब दो चचेरे भाइयों में छोटे भाई भाई शव रविवार की सुबह एक किलोमीटर दूर पिपरौलिया गांव के पास नदी में लगे जाल में फंसा मिला। जिसे ग्रामीणों ने बाहर निकाला। किशोर का शव मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। एसडीआरएफ व ग्रामीणों द्वारा दूसरे की तलाश की जा रही है। वहीं देर रात डीएम व एसपी ने भी मौके पर पहुंच कर घटना की जानकारी ली थी।
जानकारी के अनुसार सहार क्षेत्र के गांव बहादुरपुर निवासी प्रभात मिश्रा व ललित उर्फ संदीप मिश्रा के परिवार में शुक्रवार को गांव में देवी का भंडारा था। जिसमें मिश्रा परिवार के सभी सदस्य शामिल हुए थे। जिसके बाद शनिवार को दिन में ललित उर्फ संदीप मिश्रा का पुत्र ऋषभ (19 वर्ष) व प्रभात मिश्रा का पुत्र दीपेश (11 वर्ष) मोटर साइकिल से हवन सामग्री को अरिन्द नदी में प्रवाहित करने के लिए इंदपामऊ व बहादुरपुर गांव के बीच स्थित अरिन्द नदी पुल पर गये थे।
हवन सामग्री को नदी में प्रवाहित करने के बाद दीपेश व ऋषभ नदी में नहाने लगे। नदी में पानी के तेज बहाव के कारण दोनों भाई उसमें डूब गये। काफी देर तक दोनों युवकों के घर वापस न आने पर परिजनों को चिंता हुई तो वह उन्हें देखने नदी पुल के पास गये। जहां पर उन्हें नदी किनारे युवकों के कपड़े दिखाई दिए। जिससे उन्हें युवकों के नदी के तेज बहाव में डूबने की आशंका हुई। जिसके उन्होंने इस बात की जानकारी अन्य परिजनों व ग्रामीणों को दी। देखते ही देखते नदी के पास ग्रामीणों की भीड़ लग गयी। साथ ही नदी तैर लेने वाले लोग ने तत्काल नदी में कूदकर युवकों की तलाश शुरू कर दी।
घटना की जानकारी होते ही थाना पुलिस समेत एसडीएम निखिल राजपूत, नायब तहसीलदार रूचि मिश्रा समेत क्षेत्रीय लेखपाल आदि मौके पर पहुंचे। देर रात डीएम इन्द्रमणि त्रिपाठी व पुलिस अधीक्षक अभिषेक आर शंकर भी घटना स्थल पर पहुंचे थे। वहीं अधिकारियों ने गोताखोरों समेत एसडीआरएफ की टीम को बुलाया। जो देर शाम घटना स्थल पर पहुंचे और ग्रामीणों के सहयोग से दोनों भाईयों की तालाश शुरू कर दी थी।
वहीं रविवार की सुबह दीपेश मिश्रा का शव घटना स्थल से करीब एक किलोमीटर दूर पिपरौलिया गांव के पास नदी में लगे जाल में फंसे मिला। जिसकी जानकारी होते ही परिजन व ग्रामीण वहां पर पहुंचे और दीपेश का शव बाहर निकलवाया। दीपेश का शव मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। बच्चों के नदी में डूबने से परिजनों का रो-रोकर बुरा हार हो रहा है। वहीं एसडीआरएफ, गोताखोर व ग्रामीण दूसरे युवक की तालाश में जुटे हुए हैं। प्रधान प्रतिनिधि विजय सिंह चौहान ने बताया कि दोनों युवक एक ही परिवार के है।
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बता दें कि सहार क्षेत्र के गांव बहादुरपुर निवासी प्रभात बाबू मिश्रा दिबियापुर स्थित काजी पैट्रोल पंप पर नौकरी करते हैं। वह अपनी पत्नी नीलम देवी व एकलौते पुत्र दीपेश (11 वर्ष) के साथ दिबियापुर में ही रह रहे थे। वहीं उनके चचेरे भाई ललित उर्फ संदीप मिश्रा अपने परिवार के साथ गांव में रहते हैं। जो कि निजी ऑटो चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं। उनके परिवार में पत्नी अंशिका के अलावा दो पुत्र ऋषभ मिश्रा (19 वर्ष) व गगन एवं पुत्री रागिनी है। बड़ा पुत्र ऋषभ दिल्ली में रहकर प्राइवेट काम करता था। जो कि घटना से दो दिन पहले गांव आया था।