नई दिल्ली। इन दिनों सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही एक पोस्ट के कारण JNU की नवनियुक्त कुलपति प्रोफेसर शांति श्री पंडित सुर्खियों में हैं। दरअसल, प्रो. शांति के नाम से बने एक ट्विटर अकाउंट से कुछ विवादित पुराने ट्वीट share किए गए थे। इस वजह से उनपर निशाना भी साधा गया था। चर्चाओं और अफवाहों के बीच वास्तविक तस्वीर को कुलपति ने स्पष्ट करने की कोशिश की है।
ग़ौरतलब है कि 7 फरवरी 2022 को प्रोफेसर शांति श्री पंडित ने जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) की कुलपति के रूप में अपना कार्यभार ग्रहण किया है। वे यूनिवर्सिटी की पहली महिला कुलपति हैं। प्रोफ़ेसर शांति श्री पंडित फिलहाल सावित्रीबाई फुले विश्वविद्यालय, पुणे में राजनीति विज्ञान की प्रोफ़ेसर थीं। उन्होंने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से ही अपनी शोध की पढ़ाई पूरी की थी।
“मैं ट्विटर इस्तेमाल ही नहीं करती”; किसी पत्रकार ने नहीं पूछा- “क्या यह मेरा ट्विटर हैंडल है?”
पिछले दिनों उनके चार्ज संभालते ही सोशल मीडिया और ट्विटर पर उनको लेकर विवाद शुरू हो गया। प्रो. शांति पंडित के नाम से बनाए गए एक ट्विटर अकाउंट के कुछ पुराने ट्वीट शेयर किए गए और कुलपति पर निशाना साधा गया। इस पूरे विवाद पर अपना पक्ष स्पष्ट करते हुए प्रोफेसर पंडित ने कहा कि वे ट्विटर का इस्तेमाल ही नहीं करती हैं। सोशल मीडिया में जितनी भी खबरें चलाई गई हैं वे भ्रामक और झूठी हैं। खबर लिखने से पहले किसी पत्रकार ने उनसे पूछा तक नहीं कि क्या यह उनका ट्विटर हैंडल है। प्रोफेसर शांति ने यह भी कहा कि मैं पूरी तरीके से Fake News का शिकार हुई हूँ। मुझे बदनाम करने के लिए मेरे खिलाफ सुनियोजित षडयंत्र रचा गया है। अखबारों ने खबर लिखने से पहले मुझसे बात तक नहीं की।
कुलपति बनते ही विवादित ट्वीट हुए थे वायरल; “मेरा कुलपति बनना लोगों को नहीं आया रास”- प्रो. शांति
प्रो शांति श्री पंडित यह भी कहती हैं कि पिछड़े तबके की स्त्री और दक्षिण भारतीय महिला होने के कारण, कई लोगों को उनका कुलपति बनना रास नहीं आ रहा है। ज्ञात हो, कि किसी ने कुलपति का कार्यभार ग्रहण करते ही किसान मुद्दे और नाथूराम गोडसे से जुड़े कुछ विवादित ट्वीट, सोशल मीडिया में वायरल किए। सामाजिक कार्यकर्ता योगेंद्र यादव ने भी अपने ट्विटर हैंडल से ऐसे ट्वीट्स को शेयर किया। जब इस बारे में हमने प्रोफेसर शांति से उनका पक्ष जानना चाहा, तो उन्होंने साफ-साफ कहा कि मैं ट्विटर का इस्तेमाल ही नहीं करती। मेरे नाम पर किसी ने साजिश के तहत ये सब किया है। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की नव नियुक्त कुलपति प्रोफेसर शांति श्री पंडित 6 भाषाओं की जानकार हैं और उनकी कई पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। कार्यभार संभालते हुए उन्होंने JNU में एक पारदर्शी प्रशासन का वादा किया और यह भी कहा कि “वे सदैव छात्र हितों के लिए तत्पर रहेंगी।”
रिपोर्ट- शशांक मिश्रा