मोहम्मदी-खीरी। बुधवार को डीएम महेंद्र बहादुर सिंह सीडीओ अनिल कुमार सिंह के संग तहसील व ब्लॉक मोहम्मदी के संविलियन विद्यालय रहरिया हुंचे, जहां उन्होंने चौपाल लगाकर आसपास के ग्रामो के किसानों को पराली जलाने के नुकसान बताएं, पराली ना जलाए जाने में सहयोग मांगा। डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने कहा कि एनजीटी व मा. न्यायालय के निर्देश पर उच्चस्तर से पराली जलाने की घटनाओं को सेटेलाइट से मॉनिटरिंग किया जा रहा है। इसलिए कोई भी किसान फसल अवशेष कदापि ना जलाएं। अन्यथा प्रशासन को कार्यवाही के लिए बाध्य होना पड़ेगा।
उन्होंने किसानों को फसल अवशेष न जलाने का संकल्प दिलाते हुए आसपास के ग्रामीणों व किसानों को इस संदेश व संकल्प को प्रसारित करने की बात कही। डीएम ने कहा कि किसानभाई फसल अवशेष को प्रधान के जरिए निकटवर्ती गो आश्रय स्थल भिजवाए। पराली की घटनाओं को पूर्णतया अंकुश लगाने के लिए प्रशासन का सहयोग करें। सभी किसान भाइयों से अपील की कि फसलों की कटाई कंबाइन हार्वेस्टर में सुपर एसएमएस तथा अन्य फसल अवशेष प्रबंधन के यंत्रों का प्रयोग अवश्य करें तथा पराली/फसल अवशेष को खेतों में ना जलाएं, धान से निकलने वाला पुआल खंड विकास अधिकारी/ ग्राम पंचायत विकास अधिकारी तथा सहायक विकास अधिकारी (कृषि) के माध्यम से समीप की गौशाला पर भी दिया जा सकता है।फसल अवशेष जलाने वालों का प्रशासन के डाटा उपलब्ध है, वह अपना नियमानुसार अनुमन्य जुर्माना जमा कर दें।
उन्होंने बताया कि मोहम्मदी में 23 अक्टूबर को 17 घटनाएं एवं 24 अक्टूबर को 31 सहित कुल (38 घटनाएं) फसल जलाने की घटनाएं प्रकाश में आई। इसके अलावा गोला में 20 घटनाएं व लखीमपुर व निघासन क्षेत्र में एक-एक फसल अवशेष जलाने सेटेलाइट से प्रकाश में आई। किसान भाइयों के आग्रह पर डीएम ने कहा कि यदि अगले 03 दिनों में पराली जलाने की घटना प्रकाश न आई तो वह थाने में खड़ी कंबाइन मशीनों को छोड़ने पर विचार करेगे। सीडीओ अनिल कुमार सिंह ने मौजूद किसान भाइयों को शांतिपूर्ण एवं हर्षोल्लास के साथ त्योहारों के संपन्न होने की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मा. न्यायालय एवं एनजीटी सख्ती से पराली जलाने की घटनाओं को मॉनिटर कर रहा। मौजूद सभी संभ्रांत किसान समाज के अभिभावक हैं, यहां प्राप्त संदेश को गांव-गांव में प्रसारित करें। पराली जलाना अपराध की श्रेणी में आता है।
प्रशासन चप्पे-चप्पे पर मुस्तैद रहकर निगाहेबानी कर रहा है। लोगों को जागरूक करें ताकि लोग जाने अनजाने में भी पराली जलाने की घटनाओं को कारित ना करें। आपके सहयोग के बिना इन घटनाओं को रोकना संभव नहीं है। चौपाल के अंत में मौजूद किसानों ने डीएम के समक्ष प्रशासन को आश्वस्त किया कि वह फसल अवशेष/पराली को नहीं जलाएंगे, प्रशासन का पूरा सहयोग करेंगे। प्रशासन के संदेश एवं अपील को जन-जन तक पहुंचाएंगे। चौपाल में उप कृषि निदेशक अरविंद मोहन मिश्रा, एसडीएम पंकज श्रीवास्तव, सीओ अरविंद कुमार वर्मा, तहसीलदार संतोष शुक्ला, प्रभारी निरीक्षक अंबर सिंह, सहित आसपास के गांव के प्रधान एवं संभ्रांत किसान एवं ग्रामीण मौजूद रहे।
रिपोर्ट-हरविंदर सिंह कम्बोज