रामजन्मभूमि परिसर में निर्माणाधीन राममंदिर श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा के लिए तैयार है। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने रविवार को मंदिर निर्माण की ताजा तस्वीरें जारी की हैं। राममंदिर का भूतल तैयार हो चुका है। राममंदिर की सीढ़ियां भी बन गई हैं। सीढ़ियों के दोनों तरफ रेलिंग लगा दी गई हैं।
कुबेर टीला पर जटायु की मूर्ति स्थापित की जा चुकी है। कुबेर टीला के सुंदरीकरण का काम भी तेजी से चल रहा है। यहां प्राचीन शिवालय का भी सुंदरीकरण लगभग पूरा हो चुका है। परकोटे में भगवान शिव व गणेश के मंदिर को आकार दिया जा है। राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होगी। इस मौके पर बड़ी संख्या में विशिष्ट मेहमान आएंगे।
अयोध्या महोत्सव में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि राम मंदिर का निर्माण राष्ट्र के अपमान का परिमार्जन है। हिंदुस्तान के सम्मान का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि राम मंदिर की आयु 1000 साल की होगी। इसके निर्माण में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा गया है।
उन्होंने कहा कि राम मंदिर राष्ट्र का मंदिर है। राष्ट्र के सम्मान का मंदिर है। 10 करोड़ लोगों ने मंदिर निर्माण के लिए योगदान दिया है। राम मंदिर करोड़ो लोगों के परिश्रम से निर्मित हो रहा है। राम मंदिर की आयु 1000 साल बनाने की कोशिश की गई है। उन्होंने बताया कि जमीन में ऊपर कंक्रीट नहीं है। जमीन के नीचे लोहे का तार नहीं है। 14 मीटर गहरी आर्टिफिशियल रॉक बनाई गई है। सीमेंट का प्रयोग मात्र 2.5 प्रतिशत तक किया गया है। अब तक 21 लाख क्यूबिक पत्थर लग चुके हैं ।