ओलंपिक खेलों के दौरान लैंगिक समानता की निगरानी के लिए जापान में बनाई गई संस्था ने खेलों के कवरेज के दौरान महिला खिलाड़ियों के प्रति जारी भेदभाव पर एतराज जाहिर किया है।
इस संस्था की प्रमुख नाओको इमोतो ने सोमवार को कहा- ‘जब खेलों की बात आती है, तो महिलाओं के प्रति पूर्वाग्रह से भरा नजरिया दिखने लगता है।’ इमोतो खुद भी पहले तैराक रह चुकी हैं।
इमोतो ने आरोप लगाया है कि जापानी मीडिया न सिर्फ महिला एथलीटों के प्रति भेदभाव बरत रहा है, बल्कि वह उन्हें पुरुष खिलाड़ियों जितनी गंभीरता से नहीं ले रहा है। उन्होंने कहा- ‘कई चैनल महिला खिलाड़ियों को ‘महिला’, लड़की, पत्नी या मां के रूप में ही पेश करते हैं।’ टोक्यो ओलंपिक खेलों के दौरान लैंगिक समानता को खास महत्त्व दिया गया है।
प्रेस कांफ्रेंस के दौरान इमोतो ने यह साफ जिक्र नहीं किया कि जापान का कौन सा टीवी चैनल लैंगिक भेदभाव वाली भाषा का इस्तेमाल कर रहा है। लेकिन इसके पहले एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि आम तौर पर जापानी मीडिया पुरुष और महिला खिलाड़ियों का कवरेज अलग-अलग नजरिए के साथ करता है।