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किचन गार्डन से पौष्टिक आहार का संदेश, नए प्रयासों से दूर होगा कुपोषण

अच्छी सेहत के लिए जरूरी है कि आप पौष्टिक खाना खाएं, जैसे कि हरी सब्जियां। खनिज तत्वों से भरपूर ये सब्जियां शरीर को तंदरुस्‍त रखने में मदद करती हैं। इस लिए ताजी हरी सब्जियों के लिए आप घर में खाली पड़ी जगह में ही किचन गार्डन बना कर आपनी मौसमी व पसंदीदा सब्जी को उगा सकते हैं। जैसे कि गार्डन में टमाटर, मिर्च, पुदीना, हरा धनिया आदि लगा सकते हैं। पोषण माह के दौरान घर में किचन गार्डन से पौष्टिक आहार का संदेश आँगनवाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा दिया जा रहा है।

जनपद औरैया में माह सितम्बर पोषण माह के रुप में सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर मनाया जा रहा है। हर दिन की गतिविधि शासन द्वारा निर्धारित है। इसका उद्देश्य 0 से 5 साल तक के बच्चों, गर्भवती/धात्री महिलाओं के कुपोषण को प्रभावी ढंग से दूर करना है, ताकि कुपोषण से होनी वाली बीमारियों व मृत्युदर को कम किया जा सके। इसी क्रम में मंगलवार को ग्राम पंचायत औतों के गाँव पुरवा भूपत में धात्री माता उपासना के साथ आंगनवाड़ी सुमन चतुर्वेदी, आशा उमा देवी और इंद्रावती के सहयोग से किचन गार्डन तैयार किया गया।

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सुमन चतुर्वेदी ने बताया कि घर में पोषण वाटिका लगाने से हरी सब्जियों पर होने वाले खर्च की बचत होगी। इसके अलावा नियमित रूप से हरी सब्जी व साग का सेवन करने से शरीर में पोषक तत्वों की कमी नहीं होने पाएगी। उन्होंने बताया कि पोषण वाटिका में जैविक खाद का प्रयोग करें तथा जिसके पास जितनी जगह है उस अनुसार फल के वृक्ष अथवा मौसमी सब्जी को लगाने हेतु चयन करें। किचन गार्डन के महत्व को बताते हुए जानकारी दी कि नियमित रुप से सब्जी व फल भोजन में प्रयोग करने से शरीर स्वस्थ रहता है और बिमारियों से लड़ने की ताकत रहती है। भोजन में पोषक तत्वों की कमी ही मुख्य रुप से कुपोषण का कारण है। कुपोषण से सुपोषण की ओर जाने के लिए पोषण वाटिका का बहुत महत्व है।

जिला कार्यक्रम अधिकारी शरद अवस्थी ने बताया की जनपद में कुल 1789 आंगनवाड़ी केंद्र संचालित हैं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा कुपोषित बच्चों, महिलाओं के परिजनों से संपर्क करके उनको किचेन गार्डन के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है तथा पोषण माह के दौरान ऑनलाइन प्रतियोगिता, डिजिटल पोषण पंचायत, वेबिनार तथा अन्य कार्यक्रमों का भी आयोजन होगा। उन्होंने कहा कि सभी आयोजन कोविड-19 की गाइडलाइन के अनुसार ही किए जा रहें हैं ।

गर्भवती को कर रही हैं प्रेरित

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा धात्री महिलाओं को प्रेरित किया जा रहा कि सहजन की सब्जी, सूप आदि का प्रयोग करने से उनका स्वास्थ्य तो उत्तम होगा ही, जन्में बच्चे भी स्वस्थ होंगे। इतना ही नहीं केंद्र के नौनिहालों को भी इसका सेवन कराया जाएगा ताकि उन्हें विटामिन युक्त आहार मिल सके।

रिपोर्ट-शिव प्रताप सिंह

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