रायबरेली। बुधवार को डलमऊ विकासखंड के घोरवारा कस्बे स्थित श्री गांधी इंटर कॉलेज परिसर में विद्यालय के पूर्व छात्र मीरमीरानपुर (अल्हौरा) गांव निवासी शहीद शैलेंद्र प्रताप सिंह के सम्मान में केंद्र सरकार की ओर से विद्यालय के एक कक्ष के सामने नाम युक्त पट्टिका का अनावरण कार्यक्रम संपन्न हुआ।
पट्टिका का अनावरण शहीद की पत्नी चांदनी सिंह ने किया। विद्यालय प्रबंधक अनमोल मिश्र प्रधानाचार्य डॉ. रत्नाकर द्विवेदी सहित सभी शिक्षकों ने शहीद को श्रद्धांजलि देते हुए विद्यालय में शहीद से जुड़े हुए संस्मरण साझा किये। कार्यक्रम का आरंभ शहीद शैलेंद्र प्रताप सिंह की फोटो युक्त पट्टिका के अनावरण से हुआ तत्पश्चात विद्यालय प्रबंधक व प्रधानाचार्य सहित सभी शिक्षकों ने शहीद को पुष्पांजलि दी।
प्रबंधक अनमोल मिश्रा ने कहा उन्हें गर्व है कि इस विद्यालय में शहीद ने शिक्षा ग्रहण की। पूरा विद्यालय परिवार शोक संतप्त शहीद के परिवार के साथ है। प्रधानाचार्य डॉ. रत्नाकर द्विवेदी ने कहा विद्यालय में लगी पट्टिका विद्यालय परिवार को हमेशा शहीद शैलेन्द्र प्रताप सिंह की शौर्य गाथा याद दिलाती रहेगी। विद्यालय परिवार को ऐसे वीर पर गर्व है।
शिक्षक ज्ञानी प्रसाद द्विवेदी ने कहा शहीद शैलेंद्र सिंह ने कक्षा 6 से 12 तक की शिक्षा इसी विद्यालय से ग्रहण की। वह सन 2008 में सीआरपीएफ में भर्ती हो गए। वो शुरू से ही लगनशील व मेहनती थे। शिव कुमार अवस्थी ने कहा शहीद शैलेंद्र प्रताप सिंह में अनुशासन कूट-कूट कर भरा था। विद्यालय परिवार ने एक स्वर में सर झुकेगा हमेशा शहादत में जो शहीद हुए हैं हमारी इबादत में इन पंक्तियों के साथ शहीद को सलामी दी। मौके पर अरविंद कुमार पांडे, समाकांत, आलोक मिश्रा, रामगोविंद, पंकज तिवारी, संजय कुमार, प्रमोद मिश्रा आदि रहे।
…जब छलक पड़े शहीद की पत्नी के आंसू
शहीद की फोटो युक्त पट्टिका का अनावरण करते हुए अचानक ही शहीद की पत्नी चांदनी सिंह भावुक हो गई। वह चाह कर भी अपने आंसू रोक न सकी। देखते ही देखते उनकी आंखों से आंसुओं का सैलाब बह निकला। ह्रदय का सारा दर्द उनकी आंखों ने बयां कर दिया। किसी तरह उन्होंने खुद को संभाला। बेटे कुशाग्र सिंह ने भी अपने पिता की पट्टिका को नमन किया व सलामी दी। जिसे देखकर पूरा विद्यालय परिवार भाव विभोर हो गया।
सीआरपीएफ में तैनात शहीद शैलेंद्र सिंह बीती 5 अक्टूबर को आतंकियों से हुई मुठभेड़ में शहीद हो गए थे। जिनके पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार 7 अक्टूबर को हुआ था। विद्यालय में कार्यक्रम में शहीद के पिता नरेंद्र बहादुर सिंह सहित सभी परिजन मौजूद रहे। अंत में विद्यालय प्रधानाचार्य डॉ. रत्नाकर द्विवेदी ने कार्यक्रम में सम्मिलित सभी आगंतुको का आभार व्यक्त किया।
रिपोर्ट-दुर्गेश मिश्र