लखनऊ। लालबाग लखनऊ स्थित पसमांदा मुस्लिम समाज कार्यालय में अल्पसंख्यक अधिकार दिवस पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व मंत्री अनीस मंसूरी ने गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए कहा कि सबसे पहले अल्पसंख्यक अधिकार दिवस की बधाई देता हूं।
अनीस मंसूरी ने कहा कि अल्पसंख्यक अधिकार दिवस अल्पसंख्यक समुदाय से सम्बंधित लोगों के अधिकारों को बढ़ावा और संरक्षित करने के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है।
अनीस मंसूरी ने सम्बोधित करते हुए कहा कि वर्तमान केंद्र एवं राज्य सरकारें अल्पसंख्यकों की अनदेखी कर रही हैं। जब से भाजपा सरकार बनी है मुसलमानो से सम्बंधित अल्पसंख्यक आयोग, मदरसा बोर्ड, उर्दू एकेडमी, फखरुद्दीन अली अहमद मेमोरियल कमेटी, और वक़्फ़ बोर्ड जैसे विभाग जहां से मुसलमानो को कुछ लाभ मिल सकता था, निष्क्रिय कर दिया है। बल्कि एकतरह से ख़त्म कर दिया है जिस से अल्पसंख्यक समुदाय में निराशा है और अल्पसंख्यकों के अधिकारों का हनन हो रहा है।
अनीस मंसूरी ने कहा कि एक तरफ प्रधानमंत्र पसमांदा मुसलमानों की गरीबी और बदहाली पर चिंता जताते हैं लेकिन अभी तक पसमांदा मुसलमानों के हित में कोई ठोस कार्य योजना नहीं बनाई है। अनीस मंसूरी ने कहा कि जब चुनाव का समय होता है तो प्रधानमंत्री जी को पसमांदा मुसलमानों की बदहाली याद आती है और चुनाव ख़त्म हो जाता है तो प्रधानमंत्री जी पसमांदा मुसलमानो को भूल जाते हैं।
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गोष्ठी को एजाज अहमद राईनी, सबीहा सुल्ताना मंसूरी, मिर्ज़ा मोहम्मद इमरान खान, मौलाना इलियास मंसूरी ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर एजाज़ अहमद राईनी को पसमांदा मुस्लिम समाज का राष्ट्रीय संगठनमंत्री भी नियुक्त किया गया। इस अवसर पर महमूद आलम मंसूरी, शफत सुल्ताना, हाजी शब्बन मंसूरी, मोहम्मद कलीम मंसूरी, हारुनूर रशीद, सिद्दीकी, सिराज मंसूरी, ज़ाहिद मंसूरी बबीना, आदि मौजूद रहे।
रिपोर्ट-दया शंकर चौधरी