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अभियान चलाकर ढूँढे जाएँगे गैर संचारी रोगों के मरीज,  83805 की स्क्रीनिंग का लक्ष्य

औरैया : तेजी से पाँव पसार रहे गैर संचारी रोगों को लेकर स्वास्थ्य विभाग गंभीर है। देखने में आ रहा है कि जो बीमारियाँ पहले 40 से 50 वर्ष के दरम्यान लोगों को घेरती थीं वह अब 30 वर्ष या उससे पहले ही अपने चपेट में ले रही हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए जिले में गैरसंचारी रोगों की प्रभावी तरीके से स्क्रीनिंग किए जाने को लेकर एक जून से अभियान शुरू होगा। एक माह तक चलने वाले इस अभियान में 30 साल की उम्र पार कर चुकी कुल आबादी के 37 प्रतिशत लोगों की स्क्रीनिंग की जाएगी ताकि समय रहते बीमारियों से ग्रसित होने वालों को उपचार और सही परामर्श मिल सके। अभियान के मद्देनजर सोमवार को जनपद भर में तैनात सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) और बीसीपीएम का एक दिवसीय प्रशिक्षण संपन्न हुआ।

Patients of non-communicable diseases will be found by running a campaign, the target of screening 83805

एक से 30 जून तक विशेष अभियान चलाए जाने के निर्देश जारी किए गए हैं। इसके लिए जिला स्तर पर गैरसंचारी रोगों से ग्रसित होने वाली आबादी की सघन स्क्रीनिंग की तैयारी शुरू की गई है। इस प्रशिक्षण में जिला सामुदायिक प्रक्रिया प्रबंधक (डीसीपीएम) अजय पाण्डे ने बताया कि जनपद में 30 साल की उम्र पार करने वालों की आबादी करीब 3.35 लाख है। इस आबादी की 37 फीसदी 83805 लोगों की स्क्रीनिंग की जानी है। इसके लिए 82 सीएचओ स्वास्थ्य कर्मियों की मदद से 30 साल की उम्र पार करने वालों में तीन किस्म के कैंसर ओरल, ब्रेस्ट और सर्वाइकल, ब्लड प्रेशर, हाइपरटेंशन और डायबिटीज की जांच करेंगे, जिन भी मरीजों में इन रोगों की संभावना होगी, उनका विवरण फार्म में भरा जाएगा और ऐसे मरीजों को उच्च चिकित्सा के लिए रेफर किया जाएगा।

गैरसंचारी रोगों के नोडल अधिकारी डॉ शिशिर पुरी ने बताया कि गैरसंचारी रोग दबे पांव आते हैं । लोगों को पता भी नहीं होता है और वह इन बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं । खासतौर से इस इलाके में गुटखा-पान का सेवन करने वालों की संख्या ज्यादा होने से ओरल कैंसर के केस भी बढ़े हैं। समय से पहले इन रोगों की जानकारी हो जाने पर सही इलाज मिल जाता है। उन्होंने बताया कि यह अभियान ग्रामीण क्षेत्र के 82 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्तरीय हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, 22 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व एक शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्तरीय हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के माध्यम से चलाया जाएगा।

डॉ पुरी ने कहा कि सूबे के सभी जिलों में उपकेन्द्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों व शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के रूप में सुदृढ़ किया जा रहा है। इन केन्द्रों के माध्यम से क्षेत्र में प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान की जा रही हैं | इन प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं में गैर- संचारी रोगों की प्राथमिक जांच एवं आवश्यकतानुसार संदर्भन प्रमुख है।

रिपोर्ट – शिव प्रताप सिंह सेंगर

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