बिधूना/ औरैया। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बिधूना में मंगलवार को फाइलेरिया लिम्फोडिमा (हाथी पांव) रोगियों के रूग्णता प्रबन्धन के तहत प्रशिक्षण दिया गया। इस मौके पर एमएमडीपी किट भी वितरित की गयी।
प्रशिक्षण के दौरान नर्स मेंटर पदम सिंह ने मरीजों को बताया कि उपचार के समय पहले हांथ में साबुन लेकर उसे खूब रगड़ें और झाग निकालें। जिसके बाद हल्के हांथ से पैर में घुटने से लेकर उंगलियों व तलुए तक साबुन लगायें। जिसके बाद हल्के हाथ से घुटने से पानी डालकर उसे धुल लें। बताया कि इसके बाद पैर में जहां पर घाव हो वहां पर क्लोबनी क्रीम (ब्सवइदल ब्तमेउ)लगायें। अगर घाव नहीं हैं तो पैर में हल्के हांथ से कडुआ या गरी का तेल लगायें।इस अवसर पर वीपीएम चन्द्र प्रताप सिंह, वीसीपीएम अनुपम अवस्थी द्वारा प्रशिक्षण दिया गया।
इस मौके पर अधीक्षक डा. सिद्धार्थ वर्मा ने कहा कि फाइलेरिया रोग जिसे हांथी पांव भी कहते हैं को जड़ से खत्म करने के लिए स्वास्थ्य विभाग और सरकार पूरी तरह से तत्पर है। इसी क्रम में फाइलेरिया का प्रभाव को जानने के लिए तीन दिवसीय नाईट ब्लड सर्वे किया जा रहा है। सर्वे में लोगों के रक्त के नमूने की जांच के आधार पर यह पता लगाया जा रहा है कि क्षेत्र में फाइलेरिया का प्रभाव कितना अधिक है। बताया कि इसी के साथ फाइलेरिया रोग के उपचार के लिए प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। इस मौके पर डा. विकास मिश्रा व डा. आर.जी. मिश्रा डाक्टर पुष्पेन्द्र सिंह राजावत, डाक्टर के बी शाक्य,डाक्टर अजय प्रताप सिंह गौर डाक्टर नीरज गुप्ता आदि ने भी जानकारियां दी।
रिपोर्ट-राहुल तिवारी