औरैया। जिले के बेला क्षेत्र में एक यात्री प्रतीक्षालय में दो माह से रह रहे अज्ञात बीमार विक्षिप्त युवक की मौत हो जाने पर ग्रामीणों ने मानवता की मिसाल पेश करते हुए उसका अंतिम संस्कार किया।
जानकारी के अनुसार पिछले करीब दो माह पूर्व बेला क्षेत्र के कानुपर-बिधूना मार्ग पर मल्हौसी मोड़ पर बने यात्री प्रतीक्षालय में बृजेश नामक अज्ञात विक्षिप्त बीमार युवक आकर रहने लगा था। जिसे वहां पर देखने के बाद मल्हौसी गांव के नीटू ने उसके उसके लिए कपड़ों आदि का इंतजाम करने के साथ वह व राशिद प्रतिदिन उसके खाने पीने का इंतजाम करने लगे थे। बताया कि युवक केवल अपना नाम बृजेश बताता था इसके अलावा अन्य कोई जानकारी नहीं बताता था।
बताया गया कि देर रात्रि उसकी ज्यादा तबियत खराब हुई और सुबह करीब सात बजे वह प्रतीक्षालय से नीचे गया जिससे उसकी मौत हो गयी। राशिद व अहले चमन ने बताया कि आज सुबह जब वह टहलने के लिए निकले तो उन्होंने बृजेश से बात करनी चाही तो वह मुस्करा दिए पर बोले कुछ नहीं और जब मैं घर पहुंचा तो कुछ देर बाद पता चला कि बृजेश की मौत हो गयी है। जिस पर हम लोगों ने पुलिस को सूचना दी मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल की।
इसी दौरान ग्रामीणों ने मांग की कि युवक का पोस्टमार्टम न कराया जाये, युवक का हम सब समाजसेवी मिलकर दाह संस्कार करेंगे। जिसके बाद पुलिस ने युवक के शव का पंचनामा भरकर समाजसेवी शेख सैयद, विजय कुमार, राशिद, आजम, गोपाल सोनी आदि को सौंप दिया जिन्होंने मानवता मिसाल कायम करते हुए युवक का दाह संस्कार सम्पन्न कराया।
रिपोर्ट-शिव प्रताप सिंह सेंगर