कोरोना की दूसरी लहर का व्यापक फैलाव हुआ था। इससे बहुत बड़ी संख्या में लोग संक्रमित हुए थे। उपचार के संसाधन कम पड़ गए थे। इसके चलते लोगों को बड़ी मुसीबत का सामना करना पड़ा था। उत्तर प्रदेश जैसे विशाल जनसंख्या के प्रदेश में इन विपरीत परिस्थितियों को संभालना आसान नहीं था। खासतौर पर ऑक्सीजन व बेड की किल्लत बड़ी त्रासदी के रूप में थी।
ऐसे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मोर्चा संभाला। स्वयं कोरोना से निगेटिव आने के बाद वह लगातार आपदा प्रबंधन का जायजा ले रहे है। अस्पतालों में बेड की संख्या व ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित रखने पर उनका विशेष जोर है। प्रत्येक जनपद में वह ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना करा रहे है। उनका कहना है कि इन प्रयासों से प्रदेश के प्रत्येक जनपद ऑक्सीजन के मामले में आत्मनिर्भर हो जाएंगे। इसी प्रकार योगी आदित्यनाथ इंटीग्रेटेड कोविड कंट्रोल कमांड की व्यवस्था भी देख रहे है। यहां उनकी हिदायत रहती है कि प्रत्येक फोन कॉल रिसीव होनी चाहिए। सभी लोगों की समस्याओं का निवारण प्राथमिकता के आधार पर होना चाहिए। निगरानी समिति के सदस्यों से भी योगी मुलाकात कर रहे है। उनको जिम्मेदारी व जबाबदेही का सन्देश दे रहे है। शहर व गांव में वह संक्रमित लोगों से उपचार संबन्धी फीडबैक ले रहे है। योगी और उपचार करा रहे व्यक्ति के संवाद में कोई मध्यस्त नहीं होता है। इससे भी वह व्यवस्था का आकलन कर रहे है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में टेस्ट एवं ट्रीटमेंट को लेकर व्यापक पैमाने पर अभियान चलाया गया है। इसका सकारात्मक परिणाम हो रहा है। पिछले किरीब पच्चीस दिनों में एक्टिव केसों में लगभग पच्चासी प्रतिशत तक की गिरावट आई है। प्रदेश में अब तक चार करोड़ अस्सी लाख से अधिक कोविड टेस्ट किए जा चुके हैं। आशंका व्यक्त की जा रही थी कि प्रदेश में तीस लाख से ज्यादा एक्टिव केस होंगे। लेकिन आज उत्तर प्रदेश में सिर्फ अट्ठावन हजार एक्टिव कोविड केस रह गए हैं। प्रदेश में रिकवरी रेट पंचानबे प्रतिशत से अधिक हो गया है। आशंकाएं व्यक्त की जा रही थीं कि गांव में संक्रमण बहुत फैल गया है। इसके दृष्टिगत हमारे मंत्रीगण एवं प्रभारी जनपदों में जा रहे हैं। कोरोना की रोकथाम के लिए जनपदों में प्रभावी कार्रवाई की जा रही है।
प्रदेश में प्रत्येक जनपद में टेस्टिंग क्षमता निरंतर बढ़ाई जा रही है। निगरानी समितियां गांव गांव जाकर स्क्रीनिंग का कार्य कर रही हैं। सभी लक्षणयुक्त लोगों को मेडिसिन किट वितरित की जा रही हैं। लक्षणयुक्त लोगों का एंटीजन टेस्ट कर रही है। लगातार जारी अपने दौरों के क्रम में योगी सिद्धार्थनगर और बस्ती पहुंचे थे। बस्ती में एकीकृत कोविड कमांड और कोविड कंट्रोल सेंटर पहुंचे। पूरी प्रक्रिया की जानकारी ली। उन्होंने मरीजों से बातचीत की। उनका फीडबैक लेने के बाद अधिकारियों कर्मचारियों से जानकारी ली। इसके पहले सिद्धार्थनगर में समीक्षा बैठक के बाद सीएम योगी ने कोरोना के प्रभावी नियंत्रण की बात की। उन्होंने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर के लिए उत्तर प्रदेश ने पूरी तैयारी कर ली है। अस्पतालों में पर्याप्त बेड और आक्सीजन की व्यवस्था कर ली गई है।
इसके साथ बच्चों के लिए भी मेडिकल किट की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए लोगों को जागरूक करने की जरूरत है। लोगों का जीवन और आजीविका बचाना सरकार की प्राथमिकता है। सिद्धार्थनगर में उन्होंने इंट्रीग्रेटेड कोविड-19 कंट्रोल कमांड सेंटर का निरीक्षण किया। सिद्धार्थनगर के जोगिया गांव के प्राथमिक विद्यालय पहुंचकर निगरानी समिति के लोगों के साथ मुलाकात की। उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जोगिया का भी निरीक्षण किया।