घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन कर क्रिकेटर्स टीम इंडिया की टीम में जगह बनाते हैं। साथ ही टीम में जगह बना चुके लेकिन आउट ऑफ फॉर्म होने के कारण या फिर फ्री होने पर भी अपनी घरेलू टीम से जुड़ते हैं।
साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट टीम से ड्रॉप होने के बाद केएल राहुल को भी चयनकर्ताओं ने घरेलू क्रिकेट में 1400 रन बनाकर टीम में वापसी करने की बात कही है। अभी हाल ही में डीडीसीए के एक प्रोग्राम के दौरान विराट कोहली और वीरेंद्र सहवाग ने खिलाड़ियों से अपील की थी कि जब भी वह फ्री हो तो घरेलू क्रिकेट जरूर खेले।
इससे न केवल उनका खेल बेहतर होगा बल्कि युवा खिलाड़ियों को मोटिवेशन भी मिलेगा। देखा जाए तो तमाम बड़े नाम चल रही विजय हजारे ट्रॉफी में अपनी टीम से खेल रहे हैं। लेकिन कुछ खिलाड़ी ऐसे भी हैं जो खाली होने के बावजूद घरेलू क्रिकेट नहीं खेल रहे।
जी हां, आज हम आपको इस आर्टिकल में बताएंगे उन खिलाड़ियों के बारे में जो फ्री होने के बावजूद विजय हजारे ट्रॉफी को इग्नोर कर रहे हैं…
ये 3 खिलाड़ी कर रहे हैं घरेलू क्रिकेट को इग्नोर
भुवनेश्वर कुमार
भारतीय क्रिकेट टीम स्टार तेज़ गेंदबाज़ भुवनेश्वर कुमार इन दिनों भारतीय टीम से बाहर चल रहे हैं। वेस्टइंडीज दौरे में टी 20 और वनडे खेलने के बाद चयनकर्ताओं ने उन्हें साउथ अफ्रीका के खिलाफ टीम से ड्रॉप कर दिया।
जसप्रीत बुमराह के स्ट्रेस फैक्चर के बाद भी चयनकर्ताओं ने उमेश यादव को टेस्ट टीम में मौका दिया। जबकि भुवनेश्वर को वेस्टइंडीज के खिलाफ भी टेस्ट टीम में शामिल नहीं किया था।
भुवी इन दिनों जबकि भारतीय टीम का हिस्सा नहीं हैं फिर भी वह खेली जा रही विजय हजारे ट्रॉफी में अपनी टीम के साथ नहीं जुड़े हैं।
आपको बता दें, भुवी ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 2.80 की इकोनॉमी से 218 विकेट्स, लिस्ट ए में 4.82 की इकोनॉमी से 193 विकेट्स चटकाए हैं। भुवनेश्वर कुमार की घरेलू टीम उत्तर प्रदेश है।
हरभजन सिंह
भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज स्पिनर हरभजन सिंह पिछले काफी वक्त से टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं। इसके बावजूद उन्होंने अभी तक अपने संन्यास की घोषणा नहीं की है।
हरभजन सिंह इन दिनों स्टार स्पोर्ट्स में कमेंट्री करते नजर आते हैं। भज्जी भी उन खिलाड़ियों की लिस्ट में शुमार हैं जो घरेलू क्रिकेट को इग्नोर करते हैं। यह कहना गलत नहीं होगा कि अब हरभजन सिंह की टीम में वापसी मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है।
इसका सीधा सा कारण है कि चयनकर्ताओं ने विश्व कप में सेमीफाइमल मैच में हार के बाद ही इस बात को साफ कर दिया था कि अब वह आगामी टी 20 विश्व कप को ध्यान में रखते हुए युवा खिलाड़ियों को मौके देंगे। परिणामस्वरूप टीम में युवा टैलेंट को लगातार मौके पर मौके दिए जा रहे हैं।
इसपर यह बात सोची जा सकती है कि भज्जी ने टीम इंडिया में वापसी का ख्याल छोड़ दिया है शायद इसीलिए वह घरेलू क्रिकेट नहीं खेल रहे हैं। लेकिन फिर इसपर सवाल उठता है कि अगर ख्याल छोड़ा है तो संन्यास का ऐलान क्यों नहीं कर रहे हैं। भज्जी ने आखिरी अंतरराष्टीय टी 20 मैच 2016 में खेला था। इसके बाद से ही वह टीम में नज़र नहीं आए हैं।
मुरली विजय
टीम इंडिया के ओपनिंग बैट्समैन मुरली विजय भी उन खिलाड़ियों की लिस्ट में शुमार हैं जो टीम से बाहर तो हैं लेकिन घरेलू मैच नहीं खेल रहे। विजय हाल ही में इंग्लैंड के घरेलू काउंटी क्रिकेट में शामिल हुए थे। जहां उन्होंने समरसेट से खेलते हुए बेहद निराशाजनक बल्लेबाजी की।
मुरली विजय 2018 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आखिरी बार टीम इंडिया की जर्सी में नजर आए थे। 35 वर्षीय यह खिलाड़ी टीम से बाहर होने के बावजूद घरेलू क्रिकेट को लगातार इग्नोर कर रहा है।
जबकि कई बड़े खिलाड़ियों ने टीम से ड्रॉप होने के बाद घरेलू क्रिकेट में बेहतरीन प्रदर्शन कर टीम में वापसी की है। लेकिन मुरली अब घरेलू क्रिकेट ही नहीं खेल रहे हैं। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि शायद उन्होंने अब टीम में वापसी करने की उम्मीद ही छोड़ दी है।