
चेन्नई की टीम को आईपीएल में एक और हार का सामना करना पड़ा है। टीम की इस साल के आईपीएल में ये बैक टू बैक पांचवीं हार है। टीम की कमान तो अब एमएस धोनी के हाथ में आ गई है। यानी कप्तान बदल गया है, लेकिन टीम की किस्मत में कोई बदलाव नहीं आ रहा है। चेन्नई के लिए अब प्लेऑफ में जाना करीब करीब असंभव हो गया है। इस बीच वैसे तो केकेआर के खिलाफ पूरी की पूरी सीएसके की टीम ने ही खराब खेल दिखाया, लेकिन एक खिलाड़ी ऐसा है, जो इस हार का सबसे बड़ा विलेन माना जा सकता है। उससे उम्मीदें तो बहुत थी, लेकिन उसी खिलाड़ी ने टीम की खटिया खड़ी करा दी है।
चेन्नई के मैदान पर सीएसके बना सकी केवल 103 ही रन
एमए चिदंबरम स्टेडियम में खेले गए सीएसके बनाम केकेआर मुकाबले में चेन्नई की टीम केवल 103 रन ही बना सकी। वे तो कहिए शिवम दुबे की पारी की वजह से टीम 100 का आंकड़ा पार कर गई और आलआउट नहीं हुई। एक वक्त तो टीम पर आईपीएल इतिहास के सबसे छोटे टोटल पर आउट होने का भी खतरा मंडरा रहा था, लेकिन शिवम दुबे ने 29 बॉल पर 31 रन की पारी खेली, जिसमें तीन चौके शामिल रहे। इस बीच हम जिस विलेन की बात कर रहे हैं, वो कोई और नहीं, बल्कि रविचंद्रन अश्विन हैं। कप्तान एमएस धोनी ने अश्विन को इस मैच में खुद और रवींद्र जडेजा से पहले बल्लेबाजी के लिए भेजा था। उद्देश्य शायद ये रहा होगा कि विकेट ना गिरे, ताकि आखिरी के ओवर में जाकर खुद धोनी और जडेजा तेजी के साथ कुछ रन बना सकें। लेकिन अश्विन ने सात बॉल का सामना किया और एक ही रन बना सके।
अभी तक अपनी छाप नहीं छोड़ पाए हैं अश्विन
अश्विन इस साल के आईपीएल में एक भी मैच में अपनी छाप नहीं छोड़ सके हैं। वैसे तो उनकी गिनती ऑलराउंडर्स में होती है, लेकिन वे ना तो यहां गेंदबाजी में अपनी टीम को ठीक से विकेट दिला पा रहे हैं और ना ही रन बनाने में ही कामयाब हो रहे हैं। इस साल आईपीएल में चेन्नई का पहला मुकाबला मुंबई से हुआ था। इसमें उन्होंने एक विकेट लिया, लेकिन 31 रन खर्च कर दिए। इसके बाद दूसरे मैच में उन्होंने 22 रन देकर एक विकेट लिया और केवल 11 ही रन बना सके। तीसरे मैच में तो राजस्थान के खिलाफ अश्विन ने 46 रन देकर एक विकेट अपने नाम किया। दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ तो अश्विन को विकेट ही नहीं मिला और वे 21 रन देकर गए। पंजाब किंग्स के खिलाफ उन्हें दो सफलताएं जरूर मिली, लेकिन 48 रन खर्च करने के बाद ऐसा कर पाए।
केकेआर के स्पिनर्स ने किया कमाल, लेकिन सीएसके यहां चूकी
शुक्रवार के मैच की बात करें तो केकेआर के स्पिनर्स ने गदर मचाकर रखा। केकेआर के तीन स्पिनर्स ने 6 विकेट अपनी टीम के लिए लेने का काम किया। सुनील नारायण ने चार ओवर में 13 रन देकर तीन विकेट अपने नाम किए, वहीं वरुण चक्रवर्ती ने चार ओवर में 22 रन देकर दो विकेट झटके। मोईन अली ने भी चार ओवर में 20 रन देकर एक विकेट अपने नाम किया। इसके बाद जब चेन्नई की गेंदबाजी आई तो उम्मीद की जा रही थी कि टीम के स्पिनर्स मैच जिता पाएं या ना जिता पाएं, लेकिन कम से कम मैच बना तो सकते ही हैं, लेकिन वो भी नहीं हो सका।
अश्विन ने खर्च कर दिए 30 रन, नूर अहमद को मिला विकेट
कप्तान एमएस धोनी ने पावरप्ले में ही अश्विन को गेंदबाजी भी सौंपी, लेकिन वे कुछ नहीं कर सके। उन्होंने इस मुकाबले में तीन ओवर डालकर 30 रन दिए और कोई भी सफलता उन्हें हाथ नहीं लगी। उनसे बेहतर तो नूर अहमद साबित हुए, जिन्होंने आते ही पहली ही बॉल पर विकेट लेकर थोड़ा सा रोमांच पैदा करने की कोशिश की। हालांकि उन्हें दूसरी सफलता नहीं मिली, लेकिन दो ओवर में उन्होंने केवल 8 ही रन दिए। लेकिन अश्विन को ना तो विकेट मिला और ना ही रन रोकने में ही वे सफल रहे।