पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने इस बात पर जोर दिया की यहां के लोगों को अपना भाग्य बदलने के लिए ‘रीसेट, अल्ट-डिलीट और रिस्टार्ट’ करना होगा। यानी शुरू से शुरुआत करनी होगी। उन्होंने कहा कि राजनीतिक मतभेदों के कारण ध्रुवीकृत ‘गरीब लेकिन मेहनती’ देश को बेहतर का हकदार है।
पहले क्या हो चुका इसका कोई औचित्य नहीं
पाकिस्तान के 2018 से मार्च 2024 तक राष्ट्रपति रहे अल्वी ने गुरुवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर नकदी संकट से जूझ रहे देश की वर्तमान स्थिति की आलोचना की। 74 वर्षीय नेता ने कहा, ‘कुछ लोगों का यह तर्क कि ऐसा पहले भी हो चुका है और अन्य ने भी ऐसा ही किया है, इन सब का कोई औचित्य नहीं है क्योंकि यह पीछे हटने वाली सोच है।’
हमारे पास क्षमता है
उन्होंने कहा, ‘हमें अपना भाग्य बदलने के लिए शुरू से शुरुआत करनी होगी। यह कौन करेगा? यह कौन कर सकता है? क्या यह भी संभव है? मुझे लगता यह संभव है, क्योंकि हमारे पास क्षमता है और गरीब लेकिन मेहनती देश निश्चित रूप से बेहतर का हकदार है।’
अर्थव्यवस्था, राजनीति और न्यायपालिका की गिरावट पर तंज
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था, राजनीति और न्यायपालिका की गिरावट पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि देश की संस्थाओं पर गंभीर दबाव है, जिन्हें पक्षपातपूर्ण रुख अपनाने के लिए मजबूर किया जा रहा है। राजनेता ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था को राजनीतिक स्थिरता की जरूरत है, जैसा कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ), एशियाई विकास बैंक (एडीबी) और अन्य वैश्विक संस्थानों ने रेखांकित किया है। स्थानीय निवेश के बिना प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) भी एक मायावी सपना होगा।