हैदराबाद में महिला डॉक्टर के साथ गैंगरेप और फिर उसे जलाकर मारने वाले चारों आरोपियों को पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया है। शुक्रवार तड़के पुलिस क्राइम सीन को दोहराने के लिए इन चारों आरोपियों को घटनास्थल पर लेकर जा रही थी कि तभी इन्होंने भागने की कोशिश की, जिसके बाद पुलिस ने पहले तो इन्हें रुकने के लिए कहा और जब ये नहीं रुके तो पुलिस ने चारों आरोपियों को मुठभेड़ में ढेर कर दिया। इस एनकाउंटर के बाद लोग हैदराबाद पुलिस की जमकर तारीफ कर रहे हैं। हालांकि चारों आरोपियों के इस एनकाउंटर में सबसे ज्यादा तारीफ साइबराबाद के पुलिस कमिश्नर वीसी सज्जनार की हो रही है।
पुलिस से जुड़े सूत्रों की मानें तो महिला डॉक्टर के साथ दरिंदगी करने वाले चारों आरोपियों के एनकाउंटर में मुख्य रोल पुलिस कमिश्नर वीसी सज्जनार का रहा। वीसी सज्जनार ने ही इस एनकाउंटर को लीड किया। महिला डॉक्टर के साथ गैंगरेप और हत्या की घटना के बाद वीसी सज्जनार ने मीडिया के सामने कहा था कि वो आरोपियों को बहुत जल्द सलाखों के पीछे डाल देंगे और महज 3 दिन के भीतर पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद पुलिस जब शुक्रवार तड़के 3 बजे के आसपास इन चारों को क्राइम सीन को दोहराने के लिए घटनास्थल पर लेकर जा रही थी तो आरोपियों के भागने की कोशिश पर वीसी सज्जनार ने तुरंत एक्शन लेते हुए चारों का एनकाउंटर करने का फैसला लिया।
एनकाउंटर स्पेशलिस्ट कहे जाते हैं सज्जनार
पुलिस कमिश्नर वीसी सज्जनार को एनकाउंटर स्पेशलिस्ट कहा जाता है। दरअसल वीसी सज्जनार इससे पहले भी इसी तरह की एक और घटना में तीन आरोपियों को एनकाउंटर में ढेर कर चुके हैं। 2008 में आंध्र प्रदेश पुलिस ने वारंगल शहर में तीन लोगों को इंजीनियरिंग की दो छात्रों पर कॉलेज से लौटते वक्त तेजाब फेंकने के आरोप में गिरफ्तार किया था। इस घटना के विरोध में लोगों ने काफी विरोध प्रदर्शन किए। इसके बाद पुलिस ने मुठभेड़ में इन तीनों आरोपियों को मार गिराया। इस एनकाउंटर को भी तत्कालीन एसपी वीसी सज्जनार ने ही लीड किया था। हालांकि हैदराबाद के एककाउंटर को लेकर कुछ लोग सोशल मीडिया पर सवाल भी उठा रहे हैं।