लखनऊ। नया साल शुरू होते ही हाईवे पर पड़ने वाले सभी टोल-प्लाजा लगभग पूरी तरह से ऑटोमेटेड हो जाएंगे। टोल प्लाज़ा पर होने वाला टोल कलेक्शन 1 जनवरी 2021 से फ़ास्टैग के जरिए ही होगा। फास्टैग इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन टेक्नोलॉजी है, जिसमें रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन का इस्तेमाल होता है। फ़ास्टैग को भी प्री-पेड कार्ड की तरह रिचार्ज करना पड़ता है। रिचार्ज के लिए एयरटेल पेमेंट बैंक समेत कई अन्य बैंकिंग सेक्टर कंपनियों ने इसके लिए ग्राहकों को सुविधा देनी भी शुरू कर दी है। फ़ास्टैग के इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए कंपनियां कैशबैक जैसे आकर्षक ऑफर भी दे रही हैं।
एयरटेल पेमेंट बैंक ने व्यवस्था की है कि ग्राहक फास्टैग को एयरटेल थैंक्स ऐप के बैंक सेक्शन में कुछ ही क्लिक्स में खरीद सकते हैं। एयरटेल पेमेंट्स बैंक एप के जरिए की गई फास्टैग खरीद पर रु.50 के कैशबैक का विशेष फायदा भी दे रहा है। कैशलेस भुगतान को बढ़ावा देने एवं अपने डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर विविध लोकप्रिय सेवाएं प्रस्तुत करने के प्रयास के तहत एयरटेल पेमेंट बैंक ने फास्टैग प्रदान करने के लिए एनपीसीआई के साथ साझेदारी की है। एयरटेल पेमेंट बैंक की इस सुविधा से भारत में तेजी से निर्मित हो रहे एक बहुआयामी डिजिटल ईकोसिस्टम को मजबूती मिलेगी।
फ़ास्टैग की चिप स्टीकर के रूपे में गाड़ी की विंडस्क्रीन पर लगा होता है। जैसे ही गाड़ी टोल-प्लाजा से होकर गुजरती है, टोल-प्लाज़ा पर लगा सेंसर इस चिप को रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन की मदद से रीड करता है और उस टोल-प्लाजा के हिसाब से तय पैसे अपने आप कट जाते हैं। इस प्रक्रिया में बहुत ज्यादा समय नहीं लगता, इसका फायदा यह होगा कि टोल पर गाड़ियों को अधिक देर तक रुकना नहीं पड़ेगा और इससे अक्सर ट्रैफिक जाम लगने की समस्या में भी कमी आएगी। वाहन चालकों के लिए ये जानना आवश्यक है कि एनएचएआई द्वारा जारी की गाइडलाइन्स के अनुसार बिना फास्टैग वाली गाड़ियों को दोगुना टोल टैक्स चुकाना होगा।