• बागपत में आयोजित जल ज्ञान यात्रा स्कूली बच्चों के लिए बनी यादगार
• स्लोगनों के माध्यम से स्कूली बच्चों ने दिया जल संरक्षण का संदेश
• नुक्कड़ नाटक के जरिए कलाकारों ने पढ़ाया जल संरक्षण व स्वच्छता का पाठ, एसटीपी के थ्री डी मॉडल को देख बच्चे हुए रोमांचित
बागपत। मिल रहा है स्वच्छ पेयजल, हर घर जल, हर घर नल। स्वच्छ जल समृद्ध प्रदेश… कुछ इसी तरह के स्लोगन लिखी तख्तियों के साथ बागपत में उच्च प्राथमिक स्कूल के बच्चे जल जीवन मिशन की ओर से आयोजित हुई जल ज्ञान यात्रा में शामिल हुए। इसमें कम्पोजिट स्कूल बागपत, सिसना, उच्च प्राथमिक स्कूल कन्या बागपत समेत अन्य परिषदीय स्कूल के छात्र शामिल हुए।
जल जीवन मिशन किस तरह से हर घर जल योजना के जरिए गांवों में शुद्ध पेयजल पहुंचा रहा है। कैसे पानी की जांच की जाती है। यह सब देखकर बच्चे भी अचंभित रह गए। इस दौरान बच्चों को एसटीपी का थ्री डी मॉडल भी दिखाया गया। विशेषज्ञों ने उनको बताया कि एसटीपी में किसी तरह से अशुद्ध जल को शुद्ध किया जाता है। वहीं, नुक्कड़ नाटक के माध्यम से कलाकारों ने छात्रों के मनोरंजन के साथ उनको जल संचयन व स्वच्छता का पाठ भी पढ़ाया।
बागपत जनपद में पहली बार नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग की ओर से ”जल ज्ञान यात्रा’ आयोजित की गई। जल ज्ञान यात्रा की शुरूआत बागपत के जल निगम ग्रामीण कार्यालय से हुई। जल निगम(ग्रामीण) के अधिशासी अभियंता मूलचंद ने स्कूली बच्चों के दल को हरी झण्डी दिखाई।
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यहां पर बच्चों को रिचार्ज फिट के बारे में बताया गया। फिर जल जांच प्रयोगशाला में बच्चों को पानी की जांच कैसे की जाती है। इसकी जानकारी दी गई। यहां से बच्चों के दल को एसी बस से हरिचंदपुर वॉटर सप्लाई स्कीम ले जाया गया है।
जहां पर बच्चों को दिखाया गया कि किस तरह से पंप के जरिए पानी को ओवरहेड टैंक ओएचटी में भेजा जाता है। ओएचटी से ये पानी गांव के घरों में जाता है। बच्चों ने गांव के लोगों से बात भी की। पानी की गुणवत्ता के बारे में पूछा। बच्चों ने खुद भी पानी पीकर देखा। बच्चे बोले ये पानी तो काफी मीठा है और बिल्कुल आरओ जैसे है।
एसटीपी का थ्रडी मॉडल देख अचंभित हुए बच्चे
इसके बाद बच्चों को 14 एमएलडी के एसटीपी प्लांट बागपत ले जाया गया। जहां पर बच्चों ने एसटीपी प्लांट देखा। विशेषज्ञों ने एसटीपी के थ्रडी मॉडल के जरिए उनको बताया कि किस तरह अशुद्ध पानी को शुद्ध किया जाता है। एसटीपी की कार्यप्रणाली को देख बच्चे हैरान रह गए। वहीं नुक्कड़ नाटक के जरिए कलाकारों ने बच्चों को स्वच्छता और जल संचयन के बारे में भी रोचक जानकारियां दी।
एफटीके किट से पानी की जांच कर रोमांचित हुए बच्चें
जल जांच प्रयोगशाला में बच्चों ने पानी में कितने तरह की अशुद्धियां पाई जाती है, इसकी जानकारी दी गई। यहां पर विशेषज्ञों ने पानी जांच के इंस्ट्रूमेंट्स के बारे में भी जानकारी दी। बच्चों ने खुद भी एफटीके किट से पानी की जांच की। प्रयोगशाला में बच्चों ने जाना कि पानी में कठोरता कैसे जांचते हैं, बैक्टीरिया का कैसे पता लगाते हैं।
इन स्कूलों के छात्र हुए शामिल
जल ज्ञान यात्र में कम्पोजिट स्कूल बागपत, उच्च प्राथमिक स्कूल कन्या, कम्पोजिट स्कूल सिसना, उच्च प्राथमिक स्कूल हमीदाबाद, पाली, निवारा, जवाहरनगर, नैथला व महनवा के छात्र-छात्राएं शामिल हुए।