लखनऊ। होली के त्यौहार के बीच यूपी के जिला सिद्धार्थनगर सैनुआ कोतवाली लोटन हाल मुकाम भीमापार निवासी अधिवक्ता एवं आरटीआई एक्टिविस्ट देवेश मणि त्रिपाठी के 19 वर्षीय ज्येष्ठ पुत्र उज्जवल मणि त्रिपाठी की एक दुखद हादसे में शोहरतगढ़ थाना क्षेत्र की बाणगंगा नदी में अपने मित्रों के संग नहाते समय डूबकर हुई मौत का समाचार आते ही देश भर के आरटीआई एक्टिविस्टों में शोक की लहर व्याप्त हो गई।
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इस हादसे में उज्जवल के साथ उसके 2 अन्य मित्रों की भी डूबकर मौत हो गई है। इस दुखद घटना के क्रम में आज शाम 6 बजे सामाजिक संस्था ‘सूचना का अधिकार बचाओ अभियान’ के यूपी की राजधानी के बर्लिंगटन स्थित राष्ट्रीय कार्यालय में शोक एवं श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया जिसमें 2 मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना कर श्रद्धांजलि दी गई।
बुधवार दोपहर होली खेलने के बाद बाणगंगा नदी में अपने साथियों के साथ नहाने गए युवकों में से ये 3 युवक तीन युवक डूब गए थे जिसके 24 घंटे बाद बीते बृहस्पतिवार को एसडीआरएफ टीम की मदद से उनका शव निकाला गया।संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष तनवीर अहमद सिद्दीकी ने बताया कि उज्जवल अत्यंत मेधावी होने के साथ-साथ दयालु स्वभाव के परोपकारी युवा थे जो गरीबों को वस्त्र वितरण जैसे कार्यक्रमों में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेते थे।
शोकसभा में मौजूद लोगों ने दो मिनट का मौन रखकर मृत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की और ईश्वर से कामना की कि दुःख की घडी में वह शोक-संतप्त परिवार को इस अपार दुःख को सहन करने के शक्ति प्रदान करें. मौन के बाद उज्जवल के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उज्जवल को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
शोकसभा में मौजूद वरिष्ठ आरटीआई कार्यकर्ता केदार नाथ सैनी ने कहा कि अपार दुःख की इस घडी में पूरे देश भर के सभी आरटीआई कार्यकर्ता देवेश मणि त्रिपाठी के परिवार के साथ कंधे से कन्धा मिलाकर खड़े हैं। शोकसभा में अधिवक्ता अशोक कुमार शुक्ला और संजय शर्मा समेत कई लोगों ने शिरकत की।